Ankita Murder Case : अंकिता ने नहर में नहीं फेंका था पुलकित का मोबाइल, पूछताछ में खुले 18 सितंबर के कई राज
Ankita Murder Case एसआइटी शुक्रवार की शाम को तीनों आरोपितों को पौड़ी जेल से पुलिस रिमांड पर लेकर आई थी। सुरक्षा के बीच एसआइटी तीनों आरोपितों को रात के समय घटनास्थल पर लेकर आई और सीन रीक्रिएट किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Ankita Murder Case : अंकिता हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए आरोपित रिसार्ट के मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भाष्कर व सहायक प्रबंधक अंकित (पुलकित) गुप्ता से पूछताछ की। एसआइटी ने पुष्प व तीनों आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर घंटों पूछताछ की। इसके बाद पुष्प को छोड़ दिया गया, जबकि आरोपितों को अलग-अलग जगह ले जाया गया।
एसटीएफ आरोपितों से मोबाइल बरामदगी के प्रयास करने में जुटी हुई है। एसआइटी शुक्रवार की शाम को तीनों आरोपितों को पौड़ी जेल से पुलिस रिमांड पर लेकर आई थी। सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें ऋषिकेश के आसपास ही कहीं गुप्त ठिकाने पर रखा गया। सुरक्षा के बीच एसआइटी तीनों आरोपितों को रात के समय घटनास्थल पर लेकर आई और सीन रीक्रिएट किया।
पुलकित ने फोन नहर में फेंकने की बात झूठी कही
- आरोपितों ने एसआइटी को बताया कि वह तीनों अंकिता के साथ तकरीबन शाम आठ बजे निकले रिजार्ट से निकले थे।
- साढ़े आठ बजे चारों ने चीला बैराज का बैरियर पार किया और बैराज पर पहुंचकर कुछ समय बैठे।
- सूत्रों की मानें तो आरोपितों ने माना है कि किसी बात को लेकर पुलकित व अंकिता के बीच झगड़ा हो गया, जिसके कारण उन्होंने घटना को अंजाम दिया।
- बताया जा रहा है कि पुलकित ने फोन नहर में फेंकने की बात भी झूठी कही थी।
- सर्विलांस टीम ने जब उसकी लोकेशन खंगाली तो वह सुबह तक रिजार्ट में पाई गई।
- इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरोपित घटना को अंजाम देने के बाद रिजार्ट लौटे।
- इसके बाद अंकिता का दोस्त पुष्प पुलकित को फोन कर रहा था, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया।
- रात भर फोन पुलकित के पास रिजार्ट में था, जब उसे एहसास हुआ कि फोन से वह फंस सकता है तो सुबह उसने फोन नहर में फेंक दिया।
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वीआइपी गेस्ट के बारे में भी उगले राज
- अंकिता व पुष्प के बीच हुई वाट्सएप चेट में जिस वीआइपी गेस्ट का जिक्र किया गया है, उसके बारे में भी एसआइटी ने पूछताछ की।
- सूत्रों की मानें तो आरोपितों ने बताया है कि वहां कौन-कौन आता था और अंकिता किस वीआइपी गेस्ट के बारे में बात कर रही थी।
- हालांकि इस पूरे मामले को एसआइटी ने गुप्त रखा हुआ है, क्योंकि इसमें कुछ नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं।
- ऐसे में पूरी तरह से संलिप्तता सामने के बाद ही एसआइटी किसी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
बिना दबाव के ही उगल रहे हैं राज
सूत्रों की मानें तो तीनों आरोपित काफी खौफ में हैं। ऐसे में एसटीएफ की ओर से उनसे जो भी सवाल पूछे जा रहे हैं वह जवाब दे रहे हैं। अब तक एसआइटी ने उनसे कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल कर चुकी है, लेकिन पुख्ता सबूत हासिल करने के लिए एसआइटी को अब भी जूझना पड़ रहा है।
क्योंकि जिस जगह अंकिता को नहर में फेंका गया था वहां पर न तो कोई सीसीटीवी कैमरा और ना ही कोई प्रत्यक्षदर्शी है। एसआइटी के पास रिमांड के लिए रविवार को अंतिम दिन है।
सोमवार को उन्हें कोर्ट के समक्ष पेश करके दोबारा जेल में दाखिल करवाया जाना है ऐसे में उनसे पुख्ता साक्ष्य जुटाना भी एसआइटी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।