कोटद्वार पर मेहरबान राज्य सरकार, एक साथ देगी तीन सौगात

उत्तराखंड सरकार कोटद्वार पर मेहरबान नज़र आ रही है। यही वजह है कि सरकार 27 नवंबर को एक साथ तीन बड़ी सौगात देगी।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Wed, 22 Nov 2017 02:41 PM (IST) Updated:Wed, 22 Nov 2017 08:54 PM (IST)
कोटद्वार पर मेहरबान राज्य सरकार, एक साथ देगी तीन सौगात
कोटद्वार पर मेहरबान राज्य सरकार, एक साथ देगी तीन सौगात

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: पौड़ी गढ़वाल के प्रवेशद्वार कोटद्वार को राज्य सरकार 27 नवंबर को एक साथ तीन बड़ी सौगात देने जा रही है, जो क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाएंगी। इस दिन कोटद्वार में आयोजित समारोह में कार्बेट नेशनल पार्क के लिए कोटद्वार से पाखरो व रथुवाढाब गेट खोले जाएंगे। वहीं बहुप्रतीक्षित लालढांग-कोटद्वार वन मोटर मार्ग के निर्माण कार्य का शिलान्यास होगा। इसके अलावा इको टूरिज्म विकास निगम के कोटद्वार इको टूरिज्म सर्किट का शुभारंभ भी किया जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और वन मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत मौजूद रहेंगे। 

विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत में वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने कार्बेट पार्क के लिए कोटद्वार से दो गेट खोलने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इसके जरिये सैलानी और प्रकृतिप्रेमी पाखरो व रथुवाढाब क्षेत्र के जरिये कार्बेट में प्रवेश कर वन्यजीवन का करीब से दीदार कर सकेंगे। इस पहल से कार्बेट में रामनगर पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। 

डॉ. रावत ने कहा कि कोटद्वार से गेट खुलने पर दिल्ली से कार्बेट की दूरी करीब 50 किमी कम होगी। वर्तमान में दिल्ली से कार्बेट पहुंचने के लिए रामनगर तक की दूरी 250 किमी है, जबकि कोटद्वार से कार्बेट में प्रवेश पर यह दूरी दो सौ किमी के करीब रह जाएगी। साथ ही यह जौलीग्रांट एयरपोर्ट, हरिद्वार रेलवे स्टेशन से भी कोटद्वार के रास्ते करीब डेढ़ घंटे में सैलानी कार्बेट पहुंच जाएंगे, जबकि नजदीकी नजीबाबाद रेलवे स्टेशन से महज आधे घंटे में। 

उन्होंने बताया कि लालढांग-कोटद्वार मार्ग का निर्माण 9.85 करोड़ की राशि से लोनिवि कराएगा। 27 नवंबर को इसका शिलान्यास होने के साथ ही कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस मार्ग के बनने पर हरिद्वार से उप्र होकर कोटद्वार पहुंचने के झंझट से निजात तो मिलेगी ही दूरी कम होने के साथ ही धन व समय भी बचेगा। यही नहीं, इस रास्ते कार्बेट में सैलानी प्रवेश कर सकेंगे। 

डॉ. रावत के अनुसार इको टूरिज्म विकास निगम के कोटद्वार सर्किट (रसियाबड़, चिडिय़ापुर, लालढांग, कण्वाश्रम, सेंधीखाल, सनेह, ताड़केश्वर व कोल्हूचौड़) का शुभारंभ होने से कोटद्वार समेत आसपास के क्षेत्रों के विकास को गति मिलेगी। पत्रकार वार्ता के दौरान इको टूरिज्म विकास निगम के प्रबंध निदेशक अनूप मलिक भी मौजूद थे। 

राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार 

वन मंत्री ने बताया कि कार्बेट के लिए कोटद्वार से दो गेट खुलने के संबंध में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार किया जाएगा। इस कड़ी में दिल्ली स्थित विभिन्न देशों के दूतावासों में इससे संबंधित सामग्री रखी जाएगी। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के सहयोग से विदेशों में भारतीय दूतावासों में भी यह सामग्री भेजी जाएगी।  

सोनानदी ट्रैक भी खुलेगा जल्द 

एक सवाल पर वन मंत्री ने कहा कि कोटद्वार से कार्बेट के दो गेट पहले से मंजूर थे, लिहाजा इसी आधार पर इन्हें खोला जा रहा है। उन्होंने बताया कि कार्बेट टाइगर रिजर्व में पड़ने वाले सोनानदी अभयारण्य में ट्रैक बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसे भी जल्द खोला जाएगा। 

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