श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के स्नातक-स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी ऑफलाइन

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की ही ऑफलाइन परीक्षा ली जाएगी।

By Edited By: Publish:Thu, 28 May 2020 07:31 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 07:52 PM (IST)
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के स्नातक-स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी ऑफलाइन
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के स्नातक-स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी ऑफलाइन

देहरादून, जेएनएन। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के स्नातक व स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर के छात्रों की ही ऑफलाइन परीक्षा ली जाएगी। अन्य सभी सेमेस्टर के छात्रों को असाइनमेंट व अन्य तय मानकों के आधार पर प्रोन्नत किया जाएगा।

गुरुवार को कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी की अध्यक्षता में विवि के परीक्षा समिति की ऑनलाइन बैठक हुई। बैठक में तय हुआ कि विवि की परीक्षा जुलाई से होंगी। तिथिया बाद में घोषित की जाएंगी। परीक्षा फार्म एक जून से ऑनलाइन भरे जाएंगे। विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. आरएस चौहान के अनुसार, प्रथम और द्वितीय वर्ष में असाइनमेंट के आधार पर छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाएगा।

द्वितीय वर्ष अथवा चतुर्थ सेमेस्टर में 50 फीसद नंबर असाइनमेंट के और 50 फीसद नंबर पिछली परीक्षाओं के औसत अंकों के आधार पर दिए जाएंगे। केवल फाइनल सेमेस्टर और अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए ऑफलाइन परीक्षा कराई जाएगी। इस अंतिम परीक्षा में 30 फीसद अंक आतरिक परीक्षा और 70 फीसद अंक बहुविकल्पीय प्रश्नों के लिए निर्धारित किए गए हैं। ऑफलाइन परीक्षा दो घटे की होगी। परीक्षाओं को 15 दिन के भीतर संपन्न कराया जाएगा। बैठक में विवि के कुलसचिव डॉ. सुधीर बुडाकोटी, डॉ. आरके गुप्ता, डॉ. सुधा भारद्वाज, डॉ. एके तिवारी, डॉ. डीसी नैनवाल आदि मौजूद रहे। 

गड़बड़ी वाले केंद्र पर नहीं होगी परीक्षा 

परीक्षा समिति ने उन सभी परीक्षा केंद्रों को निरस्त कर दिया है, जिनमें पिछली परीक्षा के दौरान बड़े स्तर पर गड़बड़ी पाई गई थी। परीक्षा की शुचिता को लेकर विश्वविद्यालय जल्द ही कुछ और बड़े फैसले लेगा। 

प्रयोगात्मक परीक्षा वायवा के आधार पर 

बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि सभी विषयों की प्रयोगात्मक परीक्षाएं वायवा के आधार पर कराई जाएंगी। इन परीक्षाओं को कराने का जिम्मा कॉलेजों पर छोड़ दिया गया है। जिन विषयों में अभी तक पिछली परीक्षा के प्रैक्टिकल बचे हुए हैं, उनकी प्रयोगात्मक परीक्षा भी मौजूदा परीक्षा के साथ ही होगी। 

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छात्रों को यह भी मिलेगा मौका 

बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि यदि कोई परीक्षार्थी असाइनमेंट के आधार पर मिले अंकों से असंतुष्ट हो तो वह आगामी परीक्षा के बाद होने वाली एक अन्य परीक्षा में शामिल हो सकता है। विवि स्नातक स्तर पर पर्यावरण विषय की अनिवार्य परीक्षा सेकेंड ईयर के साथ कराने का निर्णय लिया गया।

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