उत्तराखंड में जल्द शुरू होगा राशन कार्ड का नवीनीकरण, पढ़िए पूरी खबर

उत्तराखंड में जून से केंद्र और राज्य सरकार की ओर से संचालित खाद्यान्न योजनाओं के राशन कार्डों का नवीनीकरण शुरू होने जा रहा है।

By Edited By: Publish:Mon, 04 Mar 2019 03:01 AM (IST) Updated:Mon, 04 Mar 2019 01:09 PM (IST)
उत्तराखंड में जल्द शुरू होगा राशन कार्ड का नवीनीकरण, पढ़िए पूरी खबर
उत्तराखंड में जल्द शुरू होगा राशन कार्ड का नवीनीकरण, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। प्रदेश में नए राशन कार्डों के लिए आवेदन करने के बावजूद सरकारी खाद्यान्न से वंचित लोगों के लिए अच्छी खबर है। जून से केंद्र और राज्य सरकार की ओर से संचालित खाद्यान्न योजनाओं के राशन कार्डों का नवीनीकरण शुरू होने जा रहा है। इससे लोगों को नए राशन कार्ड जारी हो सकेंगे। वहीं, राशन कार्ड के फटने व खोने की स्थिति में भी उपभोक्ताओं को डुप्लीकेट राशन कार्ड मिल सकेंगे। लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद इस संबंध में शासनादेश जारी होने की उम्मीद है। 

दरअसल, प्रत्येक पांच वर्ष में केंद्र व राज्य सरकार की ओर से संचालित खाद्यान्न योजनाओं के राशन कार्डो का नवीनीकरण किया जाता है। अंतिम बार मार्च 2014 में राशन कार्डो का नवीनीकरण किया गया था, जिसे पांच वर्ष पूरे हो गए हैं। सभी जिलों में जारी हुए राशन कार्ड खत्म हो चुके हैं। इस वजह से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल, चुनाव आचार संहिता लगने की वजह से शासन की ओर से नवीनीकरण के आदेश जारी नहीं किए गए हैं। डीएसओ कार्यालय के अनुसार, चुनाव खत्म होने के बाद शासनादेश जारी हो जाएगा। इसके बाद देहरादून समेत समस्त जिलों में राशन कार्डो का नवीनीकरण का कार्य तेजी से शुरू हो जाएगा। 

राशन कार्ड के लिए भटक रहे लोग 

तीन महीने से जिला पूर्ति कार्यालय में राशन कार्ड खत्म हो चुके हैं। आवेदन आ रहे हैं, लेकिन राशन कार्डो का नंबर जारी नहीं हो पा रहा है। जिले को तीन लाख 73 हजार कार्ड उपलब्ध हुए थे, जिसमें एक लाख 55 हजार राज्य खाद्यान्न, 15 हजार अंत्योदय व शेष कार्ड प्राथमिक परिवार श्रेणी योजना में जारी किए जा चुके हैं। अन्य जिलों में भी यही स्थिति है। 

जिलापूर्ति अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि जून से राशन कार्डो का नवीनीकरण शुरू होने की पूरी उम्मीद है। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद शासनादेश जारी हो जाएगा। इसके बाद नए आवेदनों पर राशन कार्ड नंबर भी जारी हो सकेंगे। विपिन कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी।

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