कैंटीन में शराब परोसते मिले आठ नाबालिग

बुधवार को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने औद्योगिक नगरी सेलाकुई में छापा मारकर एक कैंटीन से आठ बाल श्रमिकों को छुड़ाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 10:26 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 10:26 PM (IST)
कैंटीन में शराब परोसते मिले आठ नाबालिग
कैंटीन में शराब परोसते मिले आठ नाबालिग

जागरण संवाददाता, विकासनगर: बुधवार को बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने औद्योगिक नगरी सेलाकुई में एक कैंटीन में छापा मारा। यहां आठ बाल श्रमिक शराब व खाना परोसते पाए गए। आयोग की टीम ने बच्चों को तहसीलदार के सुपुर्द किया और परिजनों के सुपुर्द करने के निर्देश दिए। साथ ही बच्चों को स्कूल भिवाने को परिजनों को सख्त हिदायत देने को कहा। थानाध्यक्ष सहसपुर नरेश राठौड़ के अनुसार बच्चों से मजदूरी कराने पर कैंटीन संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष ऊषा नेगी को पिछले कुछ समय से औद्योगिक नगरी सेलाकुई क्षेत्र में बच्चों से होटल, ढाबों, कैंटीन आदि में मजदूरी कराने की शिकायत मिल रही थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आयोग अध्यक्ष ने तहसीलदार प्रकाश शाह व थानाध्यक्ष सहसपुर नरेश राठौड़ के साथ छापेमारी की। इस दौरान सेलाकुई में एक प्राईवेट कैंटीन में आठ बच्चों से काम कराया जा रहा था। बच्चे लोगों को शराब परोसते पाए गए। साथ ही बच्चों से बर्तन धुलवाना और झाड़ू लगवाने का भी कार्य करवाया जा रहा था। आयोग ने आठों बाल श्रमिकों को मुक्त कराकर तहसीलदार को सौंपा और इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। आयोग अध्यक्ष ने तहसीलदार को बच्चों को परिजनों की सुपुर्दगी में देने को भी कहा। तहसीलदार शाह ने बताया कि बच्चों को सेलाकुई के एक गेस्ट हाउस में रखा गया है, बच्चों से परिजनों के बारे में जानकारी ली जा रही है। बच्चों को खाना भी खिलाया गया। गुरुवार सुबह बच्चों को परिजनों की सुपुर्दगी में दिया जाएगा। उधर, थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ के अनुसार कैंटीन संचालक के खिलाफ बाल श्रम की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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