हरिद्वार में मुसीबत का सबब बने हैं 13 हाथी, 15 सितंबर तक लगेगा रेडियो कॉलर

हरिद्वार क्षेत्र में मुसीबत का सबब बने 13 बिगड़ैल हाथियों पर 15 सितंबर तक रेडियो कॉलर लगाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

By Edited By: Publish:Sat, 18 Jul 2020 07:46 PM (IST) Updated:Sun, 19 Jul 2020 09:36 PM (IST)
हरिद्वार में मुसीबत का सबब बने हैं 13 हाथी, 15 सितंबर तक लगेगा रेडियो कॉलर
हरिद्वार में मुसीबत का सबब बने हैं 13 हाथी, 15 सितंबर तक लगेगा रेडियो कॉलर

देहरादून, राज्य ब्यूरो। राजाजी टाइगर रिजर्व से लगे हरिद्वार क्षेत्र में मुसीबत का सबब बने 13 बिगड़ैल हाथियों पर 15 सितंबर तक रेडियो कॉलर लगाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। वन्यजीव महकमे और भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआइआइ) के मध्य हुई बैठक में इस पर सहमति बनी। राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग के मुताबिक हाथियों की रेडियो कॉलरिंग शुरू करने की अनुमति प्राप्त करने को वन और पर्यावरण मंत्रालय को पत्र भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि राजाजी रिजर्व के मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में बाघ शिफ्टिंग के मसले पर भी चर्चा हुई। यहां कॉर्बेट नेशनल पार्क से लगे रामनगर यावा तराई पश्चिमी वन प्रभाग से बाघ लाए जाएंगे। 

हरिद्वार से लेकर ऋषिकेश और चिड़ियापुर तक के क्षेत्र में लंबे अर्से से हाथियों ने नींद उड़ाई है। अभी तक वहां ऐसे 13 हाथी चिह्नित किए जा चुके हैं, जो लोगों के लिए आफत का सबब बने हैं। हरिद्वार के डीएफओ ने बिगड़ैल हाथियों पर निगरानी को इन पर रेडियो कॉलर लगाने का प्रस्ताव वन मुख्यालय को भेजा है। इस मुहिम को परवान चढ़ाने के दृष्टिगत भारतीय वन्यजीव संस्थान के निदेशक डॉ. धनंजय मोहन समेत अन्य वैज्ञानिकों और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग और विभागीय अधिकारियों ने गत दिवस मंथन किया। 

मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक सुहाग के अनुसार हाथियों पर रेडियो कॉलर लगाने का कार्य दो-दो की संख्या में चरणबद्ध ढंग से होगा। कोशिश है कि 15 सितंबर तक यह कार्य पूरा हो जाए। हाथियों को ऐसे रेडियो कॉलर लगाए जाएंगे, जिनकी बैटरी दो-तीन साल तक चार्ज रहे। इससे निगरानी बेहतर ढंग से हो सकेगी। उन्होंने बताया कि बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि राजाजी के मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में दो-दो की संख्या में चरणबद्ध तरीके से छह बाघ लाए जाएंगे। इसकी कार्ययोजना तैयार है और अब शिफ्टिंग की अनुमति के लिए सोमवार को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) को पत्र भेजा जाएगा।

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प्रयास है कि अक्टूबर तक बाघ शिफ्टिंग की प्रक्रिया प्रांरभ हो जाए। हफ्तेभर में भेजेंगे रिपोर्ट मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गैंडों की बसागत के मद्देनजर पूरे प्रोजेक्ट की रिपोर्ट सप्ताहभर के भीतर शासन को सौंपी जाएगी। वहां से यह केंद्र को जाएगी। गैंडों को काजीरंगा से लाया जाए या पश्चिम बंगाल से इसके अध्ययन को चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। वह भी सप्ताहभर के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी।

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