पुलिस ने सीज कर दिए सेलाकुई उद्योगों के ट्रक, कारोबार प्रभावित Dehradun News

डंपरों से हो रहे हादसे के बाद पुलिस ने नो-एंट्री के तहत भारी वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई तो शुरू की पर इसमें सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र के ट्रकों को सीज करना पुलिस को भारी पड़ गया।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 14 Jul 2019 12:10 PM (IST) Updated:Sun, 14 Jul 2019 12:10 PM (IST)
पुलिस ने सीज कर दिए सेलाकुई उद्योगों के ट्रक, कारोबार प्रभावित Dehradun News
पुलिस ने सीज कर दिए सेलाकुई उद्योगों के ट्रक, कारोबार प्रभावित Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। शिमला बाइपास पर डंपरों से हो रहे हादसे के बाद पुलिस ने नो-एंट्री के तहत भारी वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई तो शुरू की, लेकिन इसमें सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र के ट्रकों को सीज करना पुलिस को भारी पड़ गया। ट्रकों पर कार्रवाई से नाराज उद्योगपतियों ने एसएसपी और एसपी सिटी कार्यालय में शिकायत दी और आक्रोश जताया। बाद में एसपी सिटी के आदेश पर उद्योगों के ट्रक छोड़े गए तब आक्रोश शांत हुआ।

उत्तराखंड इंस्डस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मारवाह ने बताया कि शनिवार की सुबह सेलाकुई ट्रक ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष ने उन्हें सूचना दी कि सहसपुर पुलिस ने सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र में आ रहे ट्रकों को भी शिमला बाइपास पर सीज कर दिया है। कुछ ट्रकों का चालान भी किया गया। इस पर एसोसिएशन और ट्रक यूनियन के सदस्य एसएसपी कार्यालय गए और शिकायत दर्ज कराई। एसएसपी के न मिलने पर वे एसपी सिटी श्वेता चौबे से मिले और आक्रोश जताया।

एसोसिएशन ने कारोबार का हवाला देते हुए बड़े वाहनों के संचालन पर कुछ सुझाव दिए। सुबह साढ़े छह बजे से साढ़े आठ और स्कूलों की छुट्टी के दौरान दोपहर साढ़े 12 से ढाई बजे तक वाहनों की आवाजाही पर रोक को लेकर एसोसिएशन व ट्रक यूनियन ने सहमति दी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर पुलिस चाहे तो डंपरों पर रोक लगा सकती है। एसोसिएशन ने कहा कि शनिवार को ट्रकों की आवाजाही ठप रहने से उद्योगों का करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है।

बाइपास पर नहीं कर सकते नो-एंट्री

उत्तराखंड इंस्डस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मारवाह के अनुसार रोड ट्रांसपोर्ट एक्ट समेत एमवी एक्ट के अनुसार बाइपास को बड़े वाहनों की एंट्री के लिए बंद नहीं किया जा सकता। हाइवे या शहर के नजदीक बाइपास इसलिए बनाए जाते हैं ताकि वहां भारी वाहनों का संचालन बिना प्रतिबंध सुचारू हो सके। भारी वाहन रोड टैक्स भरते हैं, ऐसे में पुलिस उन्हें बाइपास पर चलने से कैसे रोक सकती है। सुरक्षा के मद्देनजर अगर पुलिस दिन में कुछ घंटे के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाना चाहती है तो एसोसिएशन सहमत है लेकिन पूरे दिन का प्रतिबंध बर्दाश्त नहीं हो सकेगा। स्कूली समय पर एसोसिएशन बड़े वाहनों के प्रतिबंध पर सहमत है।

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