अब क्रिमिनल इंटेलीजेंस यूनिट के राडार पर रहेंगे आपराधिक गिरोह

संगठित अपराधों में शामिल गिरोहों पर नजर रखने और कार्रवाई करने के लिए डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने एसओजी की तर्ज पर सीआइयू तैयार की है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 24 Feb 2020 12:15 PM (IST) Updated:Mon, 24 Feb 2020 12:15 PM (IST)
अब क्रिमिनल इंटेलीजेंस यूनिट के राडार पर रहेंगे आपराधिक गिरोह
अब क्रिमिनल इंटेलीजेंस यूनिट के राडार पर रहेंगे आपराधिक गिरोह

देहरादून, जेएनएन। नशा तस्करी, अवैध शराब, जमीन के नाम पर धोखाधड़ी और उगाही जैसे संगठित अपराधों में शामिल गिरोहों पर नजर रखने व कार्रवाई करने के लिए डीआइजी ने स्पेशल ग्रुप यूनिट (एसओजी) की तर्ज पर क्रिमिनल इंटेलीजेंस यूनिट (सीआइयू) तैयार की है। जिसमें 10 ऐसे पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को शामिल किया गया है, जिनका नेटवर्क अच्छा है। यूनिट की कमान इंस्पेक्टर नदीम अतहर को सौंपी गई है। वह पहले इंटेलीजेंस विभाग में काम कर चुके हैं।  

डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि अपराध पर लगाम कसने के लिए लंबे समय से ऐसी किसी यूनिट की जरूरत महसूस की जा रही थी, जो अपराध होने से पहले ही उसका पता लगा ले। इसके लिए जरूरी है कि आपराधिक संगठनों पर पैनी नजर रखी जाए। इसी उद्देश्य से सीआइयू का गठन किया गया है। पहले चरण में नशे के खिलाफ अभियान चलाने की योजना बनाई गई है। इस साल पुलिस करोड़ों रुपये के मादक पदार्थ जब्त कर चुकी है। कई तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है, लेकिन नशे की सप्लाई अब भी जारी है। सीआइयू सीधे सप्लायर को ही गिरफ्तार करेगी ताकि नशे की सप्लाई ही न हो सके। इसके बाद सीआइयू उगाही, जमीन के नाम पर धोखाधड़ी और संगीन अपराध करने वाले गिरोहों पर नजर रखेगी।

ऐसे काम करेगी सीआइयू

क्रिमिनल डाटाबेस की मदद से सीआइयू  अपराधियों का प्रोफाइल तैयार करेगी। इसके बाद मुखबिरों आदि की मदद से उनके बारे में समस्त खुफिया सूचनाएं एकत्रित की जाएंगी। सक्रिय गिरोहों का चिह्नीकरण कर उनकी गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। साथ ही उन पर कार्रवाई के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी। यह यूनिट पुराने ड्रग पैडलर्स और उनके नेटवर्क पर भी विशेष नजर रखेगी।

डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि आपराधिक गिरोहों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीआइयू का गठन किया गया है। पहली कड़ी में यूनिट को नशे का कारोबार खत्म करने का काम सौंपा गया है। यूनिट छोटे-मोटे तस्करों की बजाय बड़े मगरमच्छों को दबोचेगी। टीम में ऐसे सदस्यों को शामिल किया गया है, जो पहले खूफिया विभाग में काम कर चुके हैं या जिनका नेटवर्क अच्छा है।

जेवीएम ने ड्रग माफिया के खिलाफ छेड़ा अभियान

जनक्रांति विकास मोर्चा (जेवीएम) ने दून में नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान छेड़ा है। मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को भंडारीबाग चौक पर ड्रग्स के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुलिस और प्रशासन से दून को ड्रग्स माफिया से बचाने की अपील की। कार्यकर्ताओं ने कहा कि युवाओं को ड्रग्स से बचाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को भी तैयार हैं।

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रविवार को जेवीएम के महानगर महामंत्री कमल गर्ग के नेतृत्व में मोर्चा के कार्यकर्ता भंडारीबाग चौक पर एकत्रित हुए। यहां कार्यकर्ताओं ने ड्रग माफिया का पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की। कमल गर्ग ने कहा कि दून में लगातार स्मैक आदि जैसे नशीले पदार्थों के साथ आरोपितों के पकड़े जाने की सूचना मिल रही है। दून जैसे शांत शहर में यह सब होना चिंताजनक है। जिला अध्यक्ष रोहित रावत ने कहा कि दून में नशे के खिलाफ अभियान चलाने के लिए मोर्चा तैयार है। इस मौके पर महानगर अध्यक्ष केतन सोनकर, मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष अमित जैन, सुरेश नेगी, अबरार खान, तारा चंद्र, तनवीर सिंह, विराट गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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