Forest guard recruitment exam: सहायक कृषि अधिकारी ने लिया था नकल का ठेका, गिरफ्तार
पुलिस ने फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा नकल प्रकरण के मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पौड़ी, जेएनएन। वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी को पांच लाख रुपये में नकल कराने का सौदा कृषि विभाग एक अधिकारी ने किया था। पुलिस ने कोटद्वार में तैनात आरोपित सहायक कृषि अधिकारी सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उसने अपने ही रिश्तेदार युवक को पास कराने का झांसा दिया था। रुड़की स्थित ओजस्वी करियर सेंटर के संचालक मुकेश सैनी के गिरोह इसे आरोपित के तार जुड़े बताए जा रहे हैं। मुकैश सैनी को पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है।
इसी 18 फरवरी को प्रदेश में विभिन्न केंद्रों पर वन आरक्षी भर्ती परीक्षा कराई गई थी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से यह परीक्षा कराई गई थी। परीक्षा संपन्न होने के साथ ही ओएमआर शीट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी थी। कुछ घंटों के अंतराल में परीक्षा में अन्य गड़बडिय़ों की शिकायतें भी सामने आने लगी। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला कि कुछ केंद्रों पर अभ्यर्थियों को नकल कराने के लिए एक गिरोह ने पांच लाख रुपये तक में सौदा किया हुआ था। इन्हें ब्लूटूथ के जरिये प्रश्नों के उत्तर बताए जाने थे, इसके लिए बाकायदा कोड वर्ड बनाए गए थे। परीक्षा के अगले ही इस दिन सिलसिले में पौड़ी और हरिद्वार में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
जांच में पता चला कि हरिद्वार जिले के मंगलौर स्थित ओजस्वी करियर सेंटर का संचालक मुकेश सैनी गिरोह को संचालित कर रहा था। उसने कुछ युवकों को पौड़ी और हरिद्वार के सेंटरों में नकल कराने के लिए भेजा था। शनिवार देर शाम पौड़ी जिले की पुलिस ने इस सिलसिले में कोटद्वार में तैनात सहायक कृषि अधिकारी सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर लिया। मंगलौर निवासी गोपाल सिंह ने सुधीर समेत चार लोगों के खिलाफ पौड़ी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। गोपाल ङ्क्षसह ने शिकायत में बताया था कि हरिद्वार निवासी पंकज, संजय और सौरभ ने उनके बेटे को पांच लाख रुपये में भर्ती परीक्षा में नकल करवा कर उत्तीर्ण करवाने की बात कही थी। उसके बेटे से उक्त तीनों युवकों की बात कोटद्वार में रह रहे उनके रिश्तेदार सुधीर ने कराई थी।
मामले की विवेचना कर रही सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि पौड़ी के परीक्षा केंद्र में नगर कराने की योजना बनाने का मुख्य सूत्रधार सुधीर निकला। गिरफ्तारी के बाद से सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने आरोपित को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अन्य फरार तीनों आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पूर्व में भी रहा है आपराधिक रिकार्ड
सीओ वंदना ने वर्मा ने बताया कि आरोपित सुधीर के खिलाफ पूर्व में कोटद्वार कोतवाली में महिला के साथ छेड़छाड़ का मुकदमा भी दर्ज हुआ था, लेकिन बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया था।
15 से गायब था ड्यूटी से
कोटद्वार: आरोपित सुधीर 15 फरवरी से बिना बताए ड्यूटी से गायब था। कृषि विभाग के दुगड्डा ब्लॉक प्रभारी ओमनाथ ने बताया कि 14 फरवरी को उन्होंने सुधीर को किसान क्रेडिट कार्ड का लक्ष्य दिया था। इसके अगले दिन से अनुपस्थित चल रहा है।
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एसएसपी ने गठित की थी एसआइटी
परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत पर पौड़ी के एसएसपी दलीप कुंवर सिंह ने सीओ वंदना वर्मा के नेतृत्व में चार सदस्यीय एसआइटी गठित की थी। कोतवाली निरीक्षक लक्ष्मण सिंह कठैत, क्राइम कंट्रोल यूनिट प्रभारी रफत अली, एसआई बिजेंद्र नेगी इसमें शामिल थे।