उत्तराखंड: ओलिंपिक में पदक जीता तो होगी धनवर्षा, समूह ख की नौकरी भी; जानें- और क्या है नई खेल नीति में

ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने पर दो करोड़ रुपये के साथ ही समूह ख के 5400 ग्रेड पे वाले पद पर नियुक्ति दी जाएगी। रजत पदक जीतने वाले को डेढ़ करोड़ कांस्य पदक जीतने पर एक करोड़ व ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी को 50 लाख दिए जाएंगे।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 07:44 AM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 12:04 PM (IST)
उत्तराखंड: ओलिंपिक में पदक जीता तो होगी धनवर्षा, समूह ख की नौकरी भी; जानें- और क्या है नई खेल नीति में
ओलिंपिक में पदक जीता तो होगी धनवर्षा, समूह ख की नौकरी भी।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड के खिलाड़ी को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने पर दो करोड़ रुपये के साथ ही समूह ख के 5400 ग्रेड पे वाले पद पर नियुक्ति दी जाएगी। इसके साथ ही रजत पदक जीतने वाले को डेढ़ करोड़, कांस्य पदक जीतने वाले को एक करोड़ व ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी को 50 लाख दिए जाएंगे। सभी पदक विजेताओं के एक समान समूह ख में 5400 ग्रेड पे के पद पर नियुक्ति दी जाएगी। इसी प्रकार विश्व चैंपियनशिप से लेकर राष्ट्रीय खेलों के पदक विजेताओं को नगद धनराशि और समूह ग में ग्रेड पे 2000 रुपये तक में नियुक्ति देने की व्यवस्था की गई है।

कैबिनेट में लिए गए निर्णय के अनुसार खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए पांच साल, 10 साल और 15 साल के आधार पर कार्ययोजना बनाई जाएगी। ग्राम स्तर पर युवा प्रतिभाओं की पहचान के लिए खेल प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाएगा। बड़ी प्रतियोगिताओं में शिरकत करने वाले खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। खेलों के विकास को महाविद्यालयों में न्यूनतम पांच खेल विधाओं के लिए मैदान बनाए जाएंगे। इसके साथ ही इंटर स्टेट स्पोर्ट्स एक्सचेंज प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे। 

मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत 3900 बालक-बालिकाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह की राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत 14 से 23 वर्ष तक की आयु के प्रतिभावान खिलाड़ियों को जिला स्तर पर छात्रवृत्ति, खेल किट, ट्रेक सूट और खेल उपकरण दिए जाएंगे। हर जिले के 100 खिलाड़ियों को हर माह दो हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी।

खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र द्वारा खेल सुविधाएं विकसित करने पर उन्हें आर्थिक सहायता दी जाएगी। पदक विजेता खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि में हर साल 30 से 50 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी। खिलाड़ियों को चोट लगने पर दुर्घटना बीमा अथवा आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

खिलाड़ियों को मुफ्त यात्रा और भत्ता

प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों को प्रतियोगितााओं में हिस्सा लेने के लिए यात्रा सुविधा भी देने का निर्णय लिया है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में एसी-थ्री व स्लीपर कोच की सुविधा और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने को इकोनामी क्लास का टिकट दिया जाएगा। इसके साथ ही दो हजार रुपये दैनिक भत्ता अन्य व्यय के लिए दिया जाएगा। प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को प्रतियोगिताओं व प्रशिक्षण शिविरों में हिस्सा लेने के लिए राज्य परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा भी दी जाएगी।

सिंगल विंडो की सुविधा

खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को खेल संबंधी आवश्यकता के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी। खिलाडिय़ों को उनका भविष्य बनाने में सहयोग देने के लिए महाविद्यालय, व्यावसायिक पाठ्यक्रम और विश्वविद्यालयों में प्रवेश को पांच प्रतिशत खेल कोटा दिया जाएगा।

प्रतिभाओं को मिलेंगे राज्य पुरस्कार

नई खेल नीति में खिलाड़ियों के पुरस्कार की संख्या भी बढ़ाई गई है। अब देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार के अलावा हिमालय पुत्र खेल पुरस्कार भी दिया जाएगा। छह खिलाड़ियों को को यह पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें तीन पुरस्कार व्यक्तिगत स्पर्धाओं के लिए, दो पुरस्कार टीम स्पर्धाओं के लिए और एक पुरस्कार दिव्यांग खिलाड़ी को दिया जाएगा। इसके तहत इन्हें एक लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इसके साथ ही रेफरी, निर्णायक एवं खेल प्रशासक के लिए भी पुरस्कार रखा गया है। इसके तहत 51 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। खेल पत्रकारों के लिए भी एक पुरस्कार रखा गया है।

खिलाड़ियों को इस प्रकार मिलेगी सरकारी नौकरी

ओलिंपिक में हिस्सा लेने, विश्व चैंपियनशिप अथवा मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय खेल संघों द्वारा आयोजित किए जाने वाली प्रतियोगिता और एशियाई व राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेताओं को समूह ख के अंतर्गत 4800 ग्रेड पे पर सेवायोजित किया जाएगा। सैफ खेल व राष्ट्रीय खेल में पदक विजेता खिलाड़ियों, एशियाई खेल, राष्ट्रमंडल खेल के प्रतिभागियों को एशियाई व राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में पदक विजेताओं को को समेत ग के सीधी भर्ती के पदों पर सेवायोजित किया जाएगा। मान्यता प्राप्त खेल संघों द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप और अखिल भारतीय अंतरविश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं और यूथ चैंपियनशिप के पदक विजेताओं को राज्याधीन सेवा के समूह ग के ग्रेड वेतन 2000 के पद पर सेवायोजित किया जाएगा।

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