दून विवि में दाखिले को छात्रों का बढ़ा रुझान, अगर आप भी हैं इच्छुक तो जानें कबतक कर सकते हैं आवेदन

दून विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए छात्रों में रुझान बढ़ा है। बीते 15 दिन में ही दो हजार से ज्यादा छात्र-छात्रएं यहां स्नातक और स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए आवेदन कर चुके हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 07 Sep 2020 05:41 PM (IST) Updated:Mon, 07 Sep 2020 05:41 PM (IST)
दून विवि में दाखिले को छात्रों का बढ़ा रुझान, अगर आप भी हैं इच्छुक तो जानें कबतक कर सकते हैं आवेदन
दून विवि में दाखिले को छात्रों का बढ़ा रुझान, अगर आप भी हैं इच्छुक तो जानें कबतक कर सकते हैं आवेदन

देहरादून, जेएनएन। इस बार छात्रों में दून विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए रुझान बढ़ा है। बीते 15 दिन में ही दो हजार से ज्यादा छात्र-छात्रएं यहां स्नातक और स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए आवेदन कर चुके हैं। अभी आवेदन के लिए 15 दिन का समय शेष है। ऐसे में यह आंकड़ा पांच हजार के पार जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इस वर्ष विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। आवेदन करने वाले छात्रों को मेरिट के आधार पर दाखिला दिया जाएगा, यानी जिन छात्र-छात्रओं को 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बेहतर अंक मिले हैं, उन्हें आसानी से दाखिला मिल सकता है।

कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष उत्तराखंड से छात्र-छात्रओं ने उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली या दूसरे शहरों का रुख नहीं किया है। वहीं, अधिकांश अभिभावक भी इन हालात में बच्चों को बाहर भेजने के लिए तैयार नहीं हैं। इस कारण प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में पिछले वर्षों की तुलना में दाखिले के लिए ज्यादा आवेदन आ रहे हैं। दून विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर की 870 सीट हैं। सबसे ज्यादा 50 सीट बीए ऑनर्स और एमए इंटीग्रेटेड मीडिया एंड कम्युनिकेशन स्टडीज में हैं। इसके अलावा एमए स्पेनिश, एमए जर्मन, एमए चाइनीज, एमए जैपनीज, एमए फ्रेंच, एमए इंग्लिश में 30-30 सीट हैं।

विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव डॉ. एमएस मंद्रवाल ने बताया कि इस बार दाखिले के लिए बीते वर्षों की तुलना में ज्यादा छात्र आवेदन कर रहे हैं। अब तक 2022 आवेदन प्राप्त किए जा चुके हैं। वहीं, प्रबंधन विभागाध्यक्ष प्रो. एचसी पुरोहित ने बताया कि विवि में स्नातक, स्नातकोत्तर, इंटीग्रेटेड और पीएचडी विभाग की फैकल्टी बेहतर परिणाम देती है। कोरोना संक्रमण के कारण बदली परिस्थितियों में उत्तराखंड के छात्रों के लिए दून विवि एक बेहतर विकल्प है।

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संस्कृत भाषा के कोर्स में भी रुचि दिखा रहे छात्र-छात्रएं

कुलपति डॉ. एके कर्नाटक ने बताया कि विश्वविद्यालय में केवल अंग्रेजी और विदेशी भाषाओं की ही पढ़ाई नहीं होती है। विवि में संस्कृत भाषा को भी पूरा अधिमान दिया गया है। विवि में संस्कृत भाषा में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स के लिए 30- 30 सीट निर्धारित हैं। छात्र-छात्रएं इन कोर्स में भी रुचि दिखा रहे हैं।

दून विश्विद्यालय के कुलपति डॉ. एके कर्नाटक का कहना है कि स्नातक और स्नातकोत्तर में दाखिले के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर है। छात्रों के रुझान से स्पष्ट है कि आवेदन करने वालों का आंकड़ा अभी बढ़ेगा।

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