मासिक टेस्ट में मुनस्यारी अव्वल, हरिद्वार जिला फेल
शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने को सरकारी विद्यालयों में लागू की गई मासिक परीक्षा योजना के नतीजों ने सरकार को चौंका दिया है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने को सरकारी विद्यालयों में लागू की गई मासिक परीक्षा योजना के नतीजों ने सरकार को चौंका दिया है। मासिक परीक्षा परिणाम में हरिद्वार जिला पूरी तरह पिछड़ा है, जबकि दूरदराज पिथौरागढ़ जिले का मुनस्यारी ब्लॉक प्रदेशभर में अव्वल रहा है। दुर्गम और दूरदराज क्षेत्रों में जहां शिक्षक विद्यालयों के नजदीक ही आवासों में रह रहे हैं, इसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं। इन परिणामों को देखते हुए दूरदराज में शिक्षकों को आवासीय बंदोबस्त के संबंध में दिशा-निर्देश दिए जा सकते हैं। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा महकमे की ओर से प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में मासिक परीक्षा परिणाम की रिपोर्ट शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के सामने पेश की जा चुकी है। इस रिपोर्ट में पिथौरागढ़ जिले के अति दुर्गम समझे जाने वाले मुनस्यारी ब्लॉक ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर चौंकाया है। वहीं मैदानी व सुविधाजनक क्षेत्रों का प्रदर्शन औसत रहा है। विभागीय रिपोर्ट में बताया गया कि हरिद्वार जिले के सभी ब्लॉकों का प्रदर्शन खराब रहा है। वहीं शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के गृह जनपद ऊधमसिंह नगर में बाजपुर का परीक्षा परिणाम अपेक्षाओं से काफी नीचे रहा है। खराब प्रदर्शन करने वालों में देहरादून जिले का चकराता ब्लॉक और टिहरी जिले का प्रतापनगर ब्लॉक भी शामिल है। मासिक परीक्षा परिणाम का जो फौरी आकलन किया गया है, उसमें यह तथ्य भी सामने आया है कि जिन विद्यालयों के समीप ही शिक्षक रह रहे हैं, वहां मासिक परीक्षा परिणाम अच्छा रहा है। जिन दूरदराज विद्यालयों में शिक्षक रोजाना वाहनों के जरिये आवाजाही कर रहे हैं, वहां परिणाम अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। इस तथ्य के सामने आने के बाद शिक्षा महकमे का ध्यान भी उक्त व्यवस्था को दुरुस्त करने की ओर गया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने दूरदराज में शिक्षकों के ठहरने के संबंध में विभिन्न पहलुओं को खंगालते हुए विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश शिक्षा महकमे को दिए हैं।