विद्यालय में समावेशी माहौल बनाना प्रधानाचार्य का दायित्व

संवाद सूत्र, कालसी: प्रखंड मुख्यालय में मंगलवार को मुख्य शिक्षाधिकारी एसबी जोशी ने चकराता, काल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Nov 2018 07:21 PM (IST) Updated:Tue, 27 Nov 2018 07:21 PM (IST)
विद्यालय में समावेशी माहौल बनाना प्रधानाचार्य का दायित्व
विद्यालय में समावेशी माहौल बनाना प्रधानाचार्य का दायित्व

संवाद सूत्र, कालसी: प्रखंड मुख्यालय में मंगलवार को मुख्य शिक्षाधिकारी एसबी जोशी ने चकराता, कालसी व विकासनगर के प्रधानाचार्यों की बैठक लेकर विद्यालय में प्रत्येक छात्र को उसके अनुरूप शिक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यालय में समावेशी माहौल बनाना प्रधानाचार्य का दायित्व है। प्रधानाचार्य विद्यालय का संरक्षक होता है, लिहाजा छात्रों व शिक्षकों की समस्याओं का निदान प्राथमिकता होनी चाहिए।

उन्होंने मासिक परीक्षाओं को गंभीरता से लेने की सलाह देते हुए कहा कि मासिक परीक्षा से ही छात्र की वास्तविक प्रगति का अंदाजा होता है, जिसके आधार पर शिक्षक उसे मुख्य परीक्षा के लिए तैयार करता है। प्रधानाचार्य का पहला दायित्व छात्र-छात्राओं को सुविधाजनक व समावेशी माहौल में गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराना है। इसके लिए समय-समय पर प्रत्येक छात्र से संवाद स्थापित कर उसकी समस्याओं से परिचित होना जरूरी है। कहा कि शिक्षकों से भी प्रधानाचार्य को प्रत्येक छात्र के संबंध में जानकारी लेनी चाहिए। मासिक परीक्षाओं के आधार पर छात्र का मूल्यांकन कर उसके अभिभावक को भी अवगत कराया जाना चाहिए, जिससे अभिभावक छात्र की वास्तविक प्रगति से रूबरू हो सकें। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालयों में होने वाले निर्माण कार्यों, छात्रवृत्ति, बोर्ड परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए बोर्ड परीक्षा से पूर्व प्रत्येक छात्र-छात्रा को मानसिक तौर पर मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इस दौरान बीईओ कालसी रणजीत ¨सह राणा, बीईओ चकराता डॉ. शूल चंद, बीईओ विकासनगर वीपी ¨सह, उप शिक्षाधिकारी कालसी पूजा नेगी दानू, प्रधानाचार्य अतर ¨सह, डॉ. सरिता भट्ट, बीना राणा, महावीर ¨सह चौहान, आरके ¨सह, आरपी अग्रवाल, आरएस कांडपाल, देव ¨सह शाह, गणेश शंकर दोहरे, संजय सोनी आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी