Uttarakhand Coronavirus News Update: उत्तराखंड में आठ हजार के पार कोरोना संक्रमितों की संख्या, 208 नए मामले आए सामने
Uttarakhand Coronavirus News Update उत्तराखंड में कोरोना के 208 नए मामले सामने आए हैं जबकि 309 मरीज ठीक हुए हैं।
देहरादून, जेएनएन। LIVE Uttarakhand Coronavirus News Update उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि राहत की बात यह है कि मरीजों के ठीक होने का ग्राफ भी बढ़ रहा है। मंगलवार को 208 नए मामले सामने आए, जबकि 309 मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य हुए। कोरोना के सबसे अधिक 63 मामले ऊधमसिंहनगर में सामने आए हैं। इसके अलावा 48 देहरादून, 32 पिथौरागढ़, 23 मामले हरिद्वार मामले आए। 10-10 नैनीताल और चंपावत, 8 उत्तरकाशी, 6 पौड़ी, 3-3 अल्मोड़ा व टिहरी, जबकि चमोली और रुद्रप्रयाग से एक-एक मामला सामने आया। राज्य में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 8008 हो गई है, जिनमें से 4847 मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। वर्तमान में 3028 मामले एक्टिव हैं, जबकि 95 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 38 मरीज पूरी राज्य से बाहर जा चुके हैं।
कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत
लक्खीबाग इलाके की रहने वाली एक 80 वर्षीय कोरोना संक्रमित बुजुर्ग महिला की मंगलवार को मौत हो गई। महिला के शव को गाइडलाइन के मुताबिक सुपुर्द ए खाक कराया जा रहा है। दून मेडिकल कालेज अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. एनएस खत्री ने बताया कि महिला को इमरजेंसी में मृत अवस्था में लाया गया था। वह पटेलनगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती थी और उन्हें सांस संबंधी दिक्कत थी। कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद महिला को यहां भेजा गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया है। पुलिस, प्रशासन की मदद से अस्पताल के कर्मचारी शव को सुपुर्द ए खाक करा रहे हैं।
एम्स ऋषिकेश में पांच लोगों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) संस्थान में पिछले 24 घंटे में हुई कोविड सैंपल जांच में 5 लोगों की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है। इनमें 2 स्थानीय लोग भी शामिल हैं। संस्थान की ओर से इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर को सूचित कर दिया गया है।
सेलाकुई की एक फार्मा कंपनी के 15 कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव
देहरादून जिले के विकासनगर की सेलाकुई की फार्मा कंपनी सुपरमैक्स के 15 कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट और पॉजिटिव आई है। इससे पहले कंपनी के 22 कर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सीएससी सहसपुर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विनीता ने बताया कि कंपनी प्रबंधन ने अपने कर्मियों का टेस्ट प्राइवेट स्तर पर कराया था, जिसमें से 15 कर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की वजह से सभी को कोविड अस्पताल देहरादून भेजा जा रहा है। इसके अतिरिक्त सेलाकुई में 110 व्यक्तियों का एंटीजन टेस्ट कराया गया है। उसमें भी अभी तक दो व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। औद्योगिक नगरी सेलाकुई में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए औद्योगिक नगरी सेलाकुई के नागरिकों से विशेष सावधानी बरतने की अपील भी की गई है। अभी तक सेलाकुई में हरिपुर, जमनपुर, निगम रोड, शिवनगर में 4 कंटेनमेंट जोन हैं।
रुड़की में गर्भवती महिला कोरोना संक्रमित
रुड़की सिविल अस्पताल रुड़की में एक और गर्भवती महिला में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। महिला की डिलीवरी हो गई है। इससे पहले तीन गर्भवती महिला भी कोरोना संक्रमित आ चुकी हैं। इसके अलावा रुड़की एवं आसपास के 16 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
सोमवार को चार और कोरोना संक्रमित मरे, चौबीस घंटे में 10 मौत
उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार बढ़ने के साथ ही मरने वालों की संख्या डराने लगी है। सोमवार को भी दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में एक और हल्द्वानी स्थित डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में तीन मरीजों की मौत हो गई। चौबीस घंटों के अंतराल में 10 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही मौत का कुल आंकड़ा 93 पहुंच गया। प्रदेश में अब तक 7800 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिनमें 4538 स्वस्थ हो गए हैं। कोरोना संक्रमित 3131 मरीज अभी विभिन्न अस्पतालों व कोविड-केयर सेंटर में भर्ती हैं, जबकि 38 राज्य से बाहर चले गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 55 वर्षीय एक महिला की मौत हुई है। महिला को 28 जुलाई को अस्पताल में भर्ती किया गया था। वह डायबिटीज से पीड़ित थी और उसकी नेफ्रोथैरेपी चल रही थी। डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय हल्द्वानी में 64 वर्षीय एक महिला व एक 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है। महिला को सांस लेने में दिक्कत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसे निमोनिया की भी शिकायत थी। देर रात काठगोदाम निवासी कोरोना संक्रमित 50 वर्षीय व्यक्ति की भी हृदयगति रुकने से मौत हो गई।
सोमवार को विभिन्न लैब से 2798 सैंपल की रिपोर्ट मिली है। जिनमें 2591 की रिपोर्ट निगेटिव व 207 की पॉजिटिव है। इनमें सर्वाधिक 101 मामले हरिद्वार जिले से हैं। जिनमें 65 लोग कोरोना मरीजों के संपर्क में आकर संक्रमित हुए हैं। पांच मरीज फ्लू क्लीनिक में अपनी जांच कराने पहुंचे थे। इसके अलावा दो पुलिसकर्मी भी संक्रमित मिले हैं। जबकि, 29 अन्य की ट्रेवल हिस्ट्री अभी पता नहीं चल पाई है। नैनीताल में 47 व्यक्तियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें 23 लोग संक्रमितों के संपर्क में आए हैं। 10 अन्य दिल्ली से लौटे हैं, 14 मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री अभी पता नहीं चली है। देहरादून में भी 38 और लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। पौड़ी में छह लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें 2 चंडीगढ़ व 2 दिल्ली से लौटे हैं। दो की ट्रेवल हिस्ट्री पता नहीं चल पाई है। अल्मोड़ा व उत्तरकाशी में भी पांच-पांच नए मामले सामने आए हैं। चंपावत में दो और रुद्रप्रयाग, टिहरी व ऊधमसिंहनगर में भी एक-एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव है। सोमवार को 101 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी भी मिली। इनमें 85 हरिद्वार व 16 देहरादून से हैं।
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक सहित 38 संक्रमित
दून में कोरोना की रफ्तार नहीं थम रही है। सोमवार को भी पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक सहित 38 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके अलावा दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती 55 वर्षीय महिला की मौत भी हुई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक की पत्नी पहले पॉजिटिव आई थीं। जिसके बाद उनके पति की भी जांच कराई गई। जांच में संयुक्त निदेशक में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं, एम्स में एक स्टाफ नर्स के अलावा 12 अन्य की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें मरीज के अलावा तीमारदार भी शामिल हैं। दो लोग निजी लैब की रिपोर्ट में संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती तीन मरीजों में भी कोरोना संक्रमण पाया गया है। एसीएमओ डॉ. यूएस चौहान ने बताया कि जिले में अब तक कोरोना के 1775 मामले आ चुके हैं। जिनमें 72 फीसद यानि 1280 स्वस्थ हो गए हैं।
पर्यटन विभाग में अफरा-तफरी का माहौल
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से विभाग में अफरा-तफरी का माहौल है। वह किसके संपर्क में आकर संक्रमित हुए, यह भी पहेली बना हुआ है। वह द्रोण होटल के समीप स्थित पर्यटन विभाग के सरकारी क्वार्टर में परिवार के साथ रहते हैं। उनकी कोई हालिया ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं है। वह अपनी बेटी को छोड़ने लखनऊ जरूर गए थे, पर उस बात को भी लंबा वक्त बीत चुका है। यह संभावना जताई जा रही है कि पर्यटन निदेशालय में किसी बैठक में संक्रमित व्यक्ति के शामिल होने पर वह इस बीमारी की जद में आए हैं या फिर बाजार में किसी संक्रमित के संपर्क में आए। बहरहाल, इस पर स्थिति साफ नहीं है।