देहरादून से ढाई महीने बाद रवाना हुई यात्री ट्रेन, जनशताब्दी एक्सप्रेस में 412 यात्रियों ने किया सफर
देहरादून रेलवे स्टेशन से करीब ढाई महीने के बाद पहली यात्री ट्रेन रवाना हुई। नई दिल्ली के गई इस जनशताब्दी एक्सप्रेस में 412 यात्रियों ने सफर किया।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून रेलवे स्टेशन से करीब ढाई महीने के बाद पहली यात्री ट्रेन रवाना हुई। नई दिल्ली के गई इस जनशताब्दी एक्सप्रेस में 412 यात्रियों ने सफर किया। ट्रेन में सवार होने के लिए यात्री सुबह तीन बजे से ही स्टेशन पहुंचने लगे। यहां सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद ही उन्हें ट्रेन में बैठने दिया गया।
सोमवार सुबह पांच बजे देहरादून-नई दिल्ली जनशताब्दी एक्सप्रेस रवाना हुई। इस दौरान स्टेशन पर टिकट चेकिंग के साथ ही लोगों हैंड सेनिटाइजर का पाउच दिया गया। वहीं जिन लोगों के पास मास्क नहीं था, उन्हें निश्शुल्क मास्क दिए गए। हालांकि, बड़ी संख्या ऐसे यात्रियों की भी रही, जो मास्क के साथ फेस शील्ड और हाथों में ग्लब्स पहनकर आए थे। स्टाफ ने रखा सुरक्षा का ध्यान ट्रेन रवाना होने से पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद उनके टिकट चेक किए गए।
इस दौरान रेलवे स्टाफ ने भी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा। सभी कर्मचारियों ने मास्क के साथ फेस शील्ड पहनी थी। वहीं सभी के हाथों में ग्लब्स थे। उत्सुक नजर आए यात्री नई दिल्ली को रवाना हुए यात्रियों में अधिकतर लोग जल्द अपने घर पहुंचना चाहते थे। दिल्ली की रहने वाले लक्ष्मी नारायण ने बताया कि वह 16 मार्च को बेटी के घर आये थे। मगर लॉकडाउन के कारण यहीं फंस गए। अब ट्रेन चली तो घर जाने का मौका मिला। इसके अलावा बड़ी संख्या उन युवाओं की भी थी, जो दिल्ली में नौकरी करते हैं। वह भी लॉकडाउन के चलते यहां अपने घर आ गए थे और घर से ही काम कर रहे थे। अब ट्रेन चलने पर वह भी काम पर लौट रहे थे।
दिल्ली से आने वाले रेल यात्री होंगे क्वारंटाइन
नई दिल्ली से ट्रेन से देहरादून आने वाले यात्री संस्थागत क्वारंटाइन किए जाएंगे। ऐसे यात्रियों की संख्या काफी अधिक हो सकती है, लिहाजा जिला प्रशासन ने क्वारंटाइन सेंटरों में पर्याप्त बेड के इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।
नई दिल्ली से यात्रियों की बड़ी संख्या में आमद को देखते हुए जिला प्रशासन ने रेलवे के साथ बैठक भी की। तय किया गया कि दिल्ली रेड जोन में है, लिहाजा जो भी यात्री ट्रेन से दून पहुंचेगा, उसे कम से कम सात दिन के लिए संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा। यह प्रक्रिया उसी तरह की होगी, जैसे बस व निजी वाहनों से आ रहे यात्रियों के साथ अपनाई जा रही है।
अनलॉक 1.0 में प्रदेश के भीतर एक जिले से दूसरे जिले में आवागमन के लिए सिर्फ स्मार्ट सिटी की वेबसाइट में पंजीकरण कराना होगा। मगर, यह स्थिति तब तक के लिए उचित थी, जब सभी जिले ऑरेंज जोन में थे। रविवार को जारी की गई जोनिंग में नैनीताल को रेड जोन में शामिल किया गया है।
इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन नैनीताल से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन करने पर विचार कर रहा है। काठगोदाम से रेल से बड़ी संख्या में यात्री दून पहुंचते रहेंगे। डीएम डॉ. आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि नैनीताल की स्थिति को देखते हुए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) का इंतजार किया जा रहा है।