Jagran Impact : बदहाल सड़कों की खबर पढ़कर मसूरी पहुंचीं जिलाधिकारी, कहा- तीन दिन में सड़कें दुरुस्त नहीं हुईं तो होगी FIR
Jagran Impact गड्डों से भरी मसूरी की प्रमुख सड़कों को लेकर जागरण ने शनिवार के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसका संज्ञान लेकर जिलाधिकारी सोनिका ने जेपी बैंड से किंक्रेग गांधी चौक से मोतीलाल नेहरू मार्ग वैवरली चौक व मालरोड का निरीक्षण किया।
संवाद सहयोगी, मसूरी : Jagran Impact : जिस पहाड़ों की रानी मसूरी में देश-विदेश के पर्यटकों का तांता लगा रहता है, वहां की सड़कें चलने लायक तक नहीं बचीं।
बात चाहे राष्ट्रीय राजमार्ग के अधीन सड़कों की हो या लोनिवि की सड़कों की, सभी का हाल एक जैसा है। गड्डों से भरी मसूरी की प्रमुख सड़कों को लेकर जागरण ने शनिवार के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी।
इसका संज्ञान लेकर जिलाधिकारी सोनिका तत्काल मसूरी के लिए रवाना हो गईं। उन्होंने स्वयं सड़कों की दशा देखी। जिलाधिकारी ने मसूरी में जेपी बैंड से किंक्रेग, गांधी चौक से मोतीलाल नेहरू मार्ग, वैवरली चौक, हरनाम सिंह रोड, जीरो प्वाइंट से गांधी चौक तथा गांधी चौक से कचहरी तक मालरोड का निरीक्षण किया। सड़कों की दशा पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की।
अफसरों को दी चेतावनी
सड़कों के निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी सोनिका ने एसडीएम कार्यालय सभागार में लोनिवि, राष्ट्रीय राजमार्ग, एमडीडीए समेत विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। सबसे पहले उन्होंने बदहाल सड़कों को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) व लोनिवि के अधिकारियों से जवाब-तलब किया। उन्होंने कहा कि एनएच के कार्यक्षेत्र में जेपी बैंड से किंक्रेग, गांधी चौक-जीरो प्वाइंट तक की सड़क की हालत खराब है।
इसी प्रकार लोनिवि के अंतर्गत गांधी चौक से मोतीलाल नेहरू मार्ग, मसूरी मार्डन स्कूल तिराहा, वैवरली चौक, हरनामसिंह मार्ग, जीरो प्वाइंट तथा मालरोड के गांधी चौक से लेकर पिक्चर पैलेस और मैसानिक लाज से किंक्रेग तक सड़कें कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हैं। इन तमाम सड़कों की मरम्मत क्यों नहीं करवाई गई है।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि तीन दिन के भीतर खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाए। ऐसा न करने पर जिलाधिकारी ने एसडीएम मसूरी नरेश दुर्गापाल को लोनिवि, एनएच, एवं पेयजल निगम को नोटिस देते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने को कहा।
जिलाधिकारी सोनिका ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी, लोनिवि व एनएच के अधिकारियों से सड़कों पर बंद पड़े कल्वर्ट (पानी निकासी का माध्यम) को खोलने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि पेयजल निगम शहर में सीवर लाइन बिछा रहा है, साथ ही यमुना पेयजल पंपिंग योजना के तहत पाइप लाइन भी बिछाई जा रही है।
ऐसे में पेयजल निगम कार्य पूरा करने की समय सीमा उल्लेखित करते हुए शपथ पत्र दे। जिलाधिकारी ने लोनिवि व एनएच के अधिकारियों को सड़क किनारे डंप की गई भवन निर्माण सामग्री को तत्काल हटाने तथा नगर पालिका, पुलिस के साथ सामंजस्य बनाते हुए सड़कों पर हुए अतिक्रमण हटाने को भी कहा।
साथ ही एमडीडीए के अधिकारियों को शहर में हो रहे अवैध निर्माण पर प्रभावी तरीके से अंकुश लगाने को कहा। बैठक में पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, एसडीएम नरेश चंद्र दुर्गापाल, लोनिवि के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल, सहायक अभियंता राजपाल सिंह व पुष्पेंद्र कुमार, जलनिगम के सहायक अभियंता मान सिंह रावत, जलसंस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत, एनएच के सहायक अभियंता सुरेंद्र सिंह, एमडीडीए के अधिशासी अभियंता अतुल गुप्ता, कोतवाल दिग्पाल सिंह कोहली, भाजपा मंडलाध्यक्ष मोहन पेटवाल आदि शामिल रहे।
दुर्घटना को न्योता देना है कुलड़ी बाजार के ढाल पर वाहन चलाना
यमुना पेयजल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने के लिए पेयजल निगम ने मसूरी की माल रोड समेत अन्य सड़कों की खोदाई की थी।
हालांकि, सड़कों को अस्थायी रूप से मलबे से भरकर उसके ऊपर डामरीकरण भी कर दिया गया, लेकिन इस डामर की गुणवत्ता इतनी खराब थी कि यह वर्षा का एक सीजन भी नहीं झेल पाया। इस कारण जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं। जिससे पर्यटकों के साथ आमजन को आवागमन करने में परेशानी उठानी पड़ रही है।
सबसे बुरा हाल भीड़ वाले कुलड़ी बाजार के ढालदार हिस्से तथा मोतीलाल नेहरू मार्ग का है। मोतीलाल नेहरू मार्ग पर तो मई अंतिम सप्ताह में मरम्मत भी की गई, लेकिन यह जून मध्य में हुई वर्षा भी नहीं झेल सकी। कुलड़ी बाजार के ढालदार हिस्से में बड़े गड्ढ़े बन गए हैं, जिस पर वाहन चलाना जोखिमभरा है।
अगर एक ओर से चार पहिया वाहन आ जाए तो विपरीत दिशा से आ रहे दुपहिया वाहन को संभालना मुश्किल हो जाता है। इस दौरान दुर्घटना से बचने को चालक को दुपहिया में पीछे बैठी सवारी को उतारना पड़ता है।
इसी प्रकार वैवरली चौराहे से धुम्मनगंज की ओर जाने वाले मार्ग का भी हाल है। मैसानिक लाज बस स्टैंड से बड़ा मोड़, बार्लोगंज रोड, किंक्रेग तक सड़क के एक ओर गहरी खाई बन चुकी है। शहर के अधिकांश बंद पड़े कल्वर्ट भी दुश्वारियां बढा रहे हैं और अगर वर्षा तेज हो तो सड़कें नदियों का रूप ले लेती हैं।
वहीं, लोनिवि के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल का कहना है कि वर्षा के खत्म होने तक अस्थायी रूप से गड्ढों को ईंटों से भरा जाएगा। मानसून खत्म होने के बाद इनकी स्थायी मरम्मत की जाएगी, क्योंकि पैचवर्क के लिए वर्षा के दौरान उतना तापमान नहीं मिल पा रहा है।