मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में छात्राओं की रैगिंग और यौन उत्पीड़न की जांच शुरू

मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में छात्राओं की रैगिंग और यौन शोषण संबंधी शिकायतों की दो स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है।

By BhanuEdited By: Publish:Tue, 22 May 2018 01:26 PM (IST) Updated:Thu, 24 May 2018 05:11 PM (IST)
मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में छात्राओं की रैगिंग और यौन उत्पीड़न की जांच शुरू
मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में छात्राओं की रैगिंग और यौन उत्पीड़न की जांच शुरू

देहरादून, [जेएनएन]: मसूरी इंटरनेशनल स्कूल में छात्राओं की रैगिंग और यौन शोषण संबंधी शिकायतों की दो स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय ने सीओ डालनवाला को जांच अधिकारी बनाया है। दूसरी जांच, शिक्षा विभाग कर रहा है। 

विभाग महानिदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी ने भी मामले में विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं। दोनों ही जांच पंद्रह दिन में पूरी की जानी हैं। इधर, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए है। 

आयोग की नव नियुक्त अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बताया कि मामला गंभीर है। इस पर पुलिस महानिदेशक और महानिदेशक शिक्षा से 15 दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इस स्कूल में पढ़ने वाली कुछ छात्राओं के अभिभावकों ने पिछले दिनों रैगिंग, यौन शोषण और अन्य अव्यवस्थाओं की शिकायत उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग से की थी। इस पर आयोग की अनुसचिव कामिनी गुप्ता ने शिकायत में उल्लेख किए गए बिंदुओं की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिदेशक और शिक्षा महानिदेशक को पत्र भेजकर प्रकरण की जांच कराने को कहा था। 

डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार को इसकी जांच कराने के निर्देश दिए। सोमवार को एडीजी ने सीओ डालनवाला जया बलूनी को यह जांच सौंप दी। उन्हें शिकायती पत्र में उल्लेखित प्रत्येक बिंदु पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर 15 दिन के भीतर सौंपने कहा गया है।

इधर, शिक्षा महानिदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। अगले कुछ दिनों में एक टीम स्कूल में जाकर प्रत्येक शिकायत की जांच करेगी। इस संबंध में स्कूल प्रबंधन का पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन आधिकारिक तौर पर किसी ने कोई टिप्प्णी नहीं की। 

स्कूल की प्रिंसिपल से पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उनका कहना था कि वह इस प्रकरण में बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं। उल्लेखनीय है कि इस स्कूल में देश के विभिन्न राज्यों के अलावा विदेशी छात्राएं भी पढ़ती हैं। इनमें एनआरआइ बच्चे ज्यादा हैं। 

इन शिकायतों की होगी जांच

- स्कूल में पढऩे वाली छात्राओं की होती रैगिंग 

- कुछ छात्राओं के साथ रैगिंग के नाम पर समलैंगिक संबंध  

- स्कूल के बाथरूम में दरवाजे की जगह पर्दे टंगे हैं

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