सड़कों का दो सौ किमी भाग हो चकाचक तो बनेगी बात, पढ़िए पूरी खबर

लोनिवि सचिव सुधांशु ने शनिवार को सड़क और पुल निर्माण/मरम्मत संबंधी 15 कार्यों का निरीक्षण किया। ये कार्य दून की सड़कों के करीब दो सौ किलोमीटर भाग पर किए जा रहे हैं।

By Edited By: Publish:Sat, 20 Jun 2020 08:28 PM (IST) Updated:Sun, 21 Jun 2020 03:28 PM (IST)
सड़कों का दो सौ किमी भाग हो चकाचक तो बनेगी बात, पढ़िए पूरी खबर
सड़कों का दो सौ किमी भाग हो चकाचक तो बनेगी बात, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते निर्माण कार्यों की रफ्तार पर ब्रेक लगा है। लोक निर्माण विभाग के काम भी इससे प्रभावित हुए हैं। वहीं, विभाग के पास बजट की कमी भी बनी हुई है। सड़क और पुल निर्माण संबंधी कार्यों की गति बढ़ाने के लिए लोनिवि सचिव आरके सुधांशु ने शनिवार को प्रमुख अभियंता (विभागाध्यक्ष) हरिओम शर्मा के साथ दून के विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विभाग काम की गति बनाए रखें, उन्हें बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी। 

लोनिवि सचिव सुधांशु ने शनिवार को सड़क और पुल निर्माण/मरम्मत संबंधी 15 कार्यों का निरीक्षण किया। ये कार्य दून की सड़कों के करीब दो सौ किलोमीटर भाग पर किए जा रहे हैं। इनके पूरे होने के बाद हमारे रोड नेटवर्क में काफी हद तक सुधार हो पाएगा। निरीक्षण के दौरान सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि काम की गति बढ़ाने के प्रयास किए जाएं। जिनमें भी अनुबंध गठित किए गए हैं, उनमें काम जल्द शुरू हो और जहां टेंडर किए जाने हैं, उनकी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
कुछ प्रमुख कार्यों का निरीक्षण और दिए गए निर्देश 
प्रेमनगर में फोर-लेनिंग: ढाल कटान के चलते कई भवन क्षतिग्रस्त हुए और 20 मीटर भाग पर अतिरिक्त भवन क्षतिग्रस्त होने की आशंका। इसे देखते हुए सचिव ने वर्षाकाल के मद्देनजर आरसीसी दीवार का जल्द निर्माण पूरा करने को कहा। 
अंबाला-नाहन, पांवटा सहिब-हरबर्टपुर-देहरादून-हरिद्वार रोड: करीब 62 किमी लंबी रोड के अवशेष भाग पर मरम्मत संबंधी कार्य दो दिन में पूरे करने को कहा। 
माजरा-भुड्डी-सेखुवाला-धर्मावाला (शिमला बाईपास रोड): साइनेज और चौड़ीकरण संबंधी कार्य में अनुबंध गठित कर जल्द काम शुरू कर 31 दिसंबर 2020 तक पूरा करने के निर्देश। वहीं, इसी भाग पर रोड सेफ्टी के अन्य काम अक्टूबर तक पूरा करने को कहा। जरूरत एक हजार करोड़ की मिले महज पांच सौ लोनिवि के वर्तमान में प्रदेशभर में करीब तीन हजार करोड़ रुपये की योजना पर कार्य चल रहे हैं। अभी तक की स्थिति के अनुसार लोनिवि को एक हजार करोड़ रुपये की जरूरत है, लेकिन उन्हें पांच सौ करोड़ रुपये ही मिल पाए हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में राज्य योजना में 180 करोड़ रुपये लैप्स हो गए थे। इस दफा इसके समायोजन के साथ कुल दो सौ करोड़ रुपये ही मिले हैं। लोनिवि के कई खंडों में उधारी पर काम चल रहा है और ठेकेदार भी हाथ खड़े करने की स्थिति में हैं।
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