Coronavirus के बढ़ते मामलों से उद्योगपति चिंतित, उद्योगों में सुरक्षा के मानक किए कड़े

दून समेत प्रदेशभर में पिछले एक सप्ताह में जिस तेजी से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ी है उसने आमजन ही नहीं उद्योगपतियों की चिंता भी बढ़ गई है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 07:00 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 07:00 PM (IST)
Coronavirus के बढ़ते मामलों से उद्योगपति चिंतित, उद्योगों में सुरक्षा के मानक किए कड़े
Coronavirus के बढ़ते मामलों से उद्योगपति चिंतित, उद्योगों में सुरक्षा के मानक किए कड़े

देहरादून, जेएनएन। राजधानी दून समेत प्रदेशभर में पिछले एक सप्ताह में जिस तेजी से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ी है, उसने आमजन ही नहीं, उद्योगपतियों की चिंता भी बढ़ गई है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए उद्योगों में सुरक्षा के मानक कड़े कर दिए गए हैं। उद्योगपतियों का कहना है कि कर्मचारियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है, लेकिन बाहर उन्हें सुरक्षित रख पाना संभव नहीं है। ऐसे में कोरोना के खतरे से इन्कार भी नहीं किया जा सकता है।

उद्योगपतियों का कहना है कि जब लॉकडाउन में सख्ती बरती जा रही थी, तब कोरोना के मामले भी कम आ रहे थे। लेकिन अब लॉकडाउन में ढील दे दी गई है, जिससे कोरोना के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। इन बढ़ते मामलों के बीच कर्मचारियों को सुरक्षित रखना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। हालांकि कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए 50 प्रतिशत कर्मियों को ही बुलाया जा रहा है। साथ ही गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग के साथ सेनिटाइजेशन भी किया जा रहा है। उद्योगों में ग्लव्स व मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।

सेलाकुई के उद्योगपति पवन अग्रवाल ने कहा कि उद्योगों में तमाम तरह के सुरक्षा उपायों को अपनाया जा रहा है। लेकिन फिर भी खतरे से इन्कार नहीं किया जा सकता है। वहीं राज्य फूड प्रोसेसिंग उद्योग एसोसिएशन के समन्वयक अनिल मारवाह के कहा कि उद्योग में सेनिटाइजर, मास्क, ग्लव्स, यहां तक कि कुछ उद्योगों में पीपीई किट तक उपयोग में लाई जा रही है। फिर भी उन्हें डर बना हुआ है।

उत्तराखंड राज्य परिषद सीआइआइ के अध्यक्ष अशोक विंडलास का कहना है कि जब तक लॉकडाउन में सख्ती थी, तब तक मामले भी बहुत कम आ रहे थे। लेकिन अब जिस तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उससे चिंता बढ़ना स्वाभाविक है। वहीं, उत्तराखंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता का कहना है कि जब से उद्योगों को खोलने की अनुमति मिली है, तब से सुरक्षा के पूरे इंतजामों के साथ कार्य किया जा रहा है। लेकिन लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले चिंता बढ़ा रहे हैं।

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश भाटिया ने कहा, प्रदेश में अचानक बढ़े कोरोना के मामलों का कारण प्रवासियों की बढ़ी संख्या में आवक है। यदि इसी रफ्तार से मामले बढ़ते रहे तो उद्योगों को भी खतरा हो सकता है। लोगों को स्वयं सतर्क रहना होगा।

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एसोसिएशन ऑफ फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरर अध्यक्ष के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि ने बताया कि उद्योगों में सरकार की ओर से तय किए गए सभी मानकों का पालन किया जा रहा है। लेकिन देशभर से ट्रेन से प्रवासी पहुंच रहे हैं। जिससे संक्रमण का खतरा अधिक है।

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