India China border News: चीन सीमा पर एएन 32 से निरीक्षण को पहुंचा वायु सेना के अधिकारियों का दल

India China border News एएन 32 विमान से वायुसेना के अधिकारी चिन्यालीसौड हवाई पट्टी पर पहुंचे। जिन्होंने ने हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। जिसके बाद हुई वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर से हर्षिल चीन सीमा और नेलांग के निरीक्षण लिए गए। दोपहर बाद एएन 32 चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर लैन्डिग करेगा।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 12:31 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 12:31 PM (IST)
India China border News: चीन सीमा पर एएन 32 से निरीक्षण को पहुंचा वायु सेना के अधिकारियों का दल
चीन सीमा पर एएन 32 से निरीक्षण को पहुंचा वायु सेना के अधिकारियों का दल।

उत्तरकाशी, जेएनएन। India China border News एएन 32 विमान से वायुसेना के अधिकारी चिन्यालीसौड हवाई पट्टी पर पहुंचे। जिन्होंने ने हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। जिसके बाद हुई वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर से हर्षिल, चीन सीमा और नेलांग के निरीक्षण लिए गए। दोपहर बाद एएन 32 बरेली से चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर लैंडिंग करेगा। फिर अधिकारियों को लेकर वापस इलाहाबाद लेकर जाएगा। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वायु सेना के कौन से अधिकारी पहुंचे हैं। इन अधिकारियों में एयर मार्शल का पहुंचना भी प्रस्ताव था।

भारत-चीन सीमा पर चला आ रहा गतिरोध के बाद से उत्तराखंड से सटी चीन सीमा पर सेना तो मुस्तैद है ही, वायुसेना की सक्रियता है। तेज आवाज के भारतीय वायुसेना के दो फाइटर जेट विमान भी हर दिन उड़ान भरते भी दिख रहे हैं। गुरुवार वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर पहुंचे।

जिसके बाद कुछ देर में इलाहाबाद से एएन 32 विमान पहुंचा। जिसमें वायुसेना के अधिकारियों का दल आया। हवाई पट्टी पर बुनियादी सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही हर्षिल नेलांग क्षेत्र का हेलीकॉप्टर से निरीक्षण किया। सूत्रों के अनुसार, भविष्य में वायु सेना चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी का उपयोग आपातकालीन आपरेशन के अभ्यास के लिए कर सकती है। उत्तरकाशी से 30 किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ में निर्माणाधीन हवाई पट्टी का कार्य अंतिम चरण में है। हवाई पट्टी का निर्माण कर रही एजेंसी यूपी निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर घनश्याम सिंह ने बताया कि ज्यादातर कार्य पूरा हो चुका है, शेष भी जल्द कर लिया जाएगा। 

दरअसल, चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यहां से चीन सीमा की हवाई दूरी महज 125 किलोमीटर है। यहां पर वायुसेना अप्रैल 2018 में आपरेशन गगनशक्ति के तहत भी अभ्यास कर चुकी है। 

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