उत्‍तराखंड : चमोली जनपद में संदिग्ध परिस्थितियों में दंपती और तीन बच्चे घर में मृत मिले

चमोली जिले के घाट के दूरस्थ गांव घुनी में एक ही परिवार के तीन बच्चों सहित पति-पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। राजस्व की टीम मामले की छानबीन कर रही है। मौत के कारणों का अभी कुछ पता नहीं चल पाया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 23 Dec 2021 01:29 PM (IST) Updated:Thu, 23 Dec 2021 08:25 PM (IST)
उत्‍तराखंड : चमोली जनपद में संदिग्ध परिस्थितियों में दंपती और तीन बच्चे घर में मृत मिले
चमोली में एक ही परिवार के तीन बच्चों सहित पति-पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है।

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली)। उत्‍तराखंड के सीमांत जनपद चमोली के घाट विकासखंड के घूनी गांव में दंपती और उनके तीन बच्चों की संदेहास्पद परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। परिवार के मुखिया का शव कमरे के भीतर रस्सी से लटका मिला, जबकि बाकी सदस्यों के शव दूसरे कमरे में मिले। मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। कमरों के दरवाजे खुले होने के चलते मामला संदिग्ध माना जा रहा है।

घटना वीरवार सुबह सामने आई। पीआरडी जवान दिनेश लाल घूनी गांव में पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहता था। कुछ समय पहले उसने गांव से करीब दो सौ मीटर दूरी पर नया मकान बनवाया था। आस-पास कोई और मकान नहीं है। इसी मकान के एक कमरे में दिनेश लाल का शव पंखे के हुक पर बंधी रस्सी से लटका मिला। दूसरे कमरे में बेड पर उसकी पत्नी बीरा देवी 13 वर्षीय बेटी, नेहा, आठ वर्षीय बेटा अरुण और सात वर्षीय बेटा अक्षय मृत मिले। वीरवार सुबह दिनेश का जीजा महेंद्र उसके घर पहुंचा तो, घटना का पता चला।

राजस्व पुलिस के अनुसार कुछ दिन पहले दिनेश का गांव में ही कुछ व्यक्तियों के साथ विवाद हुआ था। इस पर उसका शांति भंग के आरोप में चालान किया गया था। इस सिलसिले में उसे आज चमोली तहसील में पेश होना था। वह तारीख पर गया या नहीं, यही पता करने के लिए सुबह दिनेश का जीजा उसके घर आया था। जीजा महेंद्र भी गांव से कुछ दूरी पर रहता है।

राजस्व पुलिस के अनुसार दोनों कमरों के दरवाजों पर भीतर से चटखनी नहीं लगी थी। दिनेश की पत्नी और छोटे बेटे के गले पर निशान मिले हैं, बेटियों के मुंह से झाग निकल रहा था। विषाक्त पदार्थ खाने से उनकी मौत होने की आशंका जताई जा रही है। कमरे में पालीथिन में सफेद पाउडर जैसा पदार्थ मिला है, उसे जांच के लिए भेजा जा रहा है। पीआरडी जवान ने परिवार के सदस्यों को मारकर खुद आत्महत्या की या सभी को किसी ने मार डाला, इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। मृतक के मोबाइल का डाटा भी डिलीट मिला। बताया गया कि वह दो महीने से ड्यूटी भी नहीं कर रहा था।

पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। दिनेश की पत्नी और बेटे के गले पर निशान पाए जाने से मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। इसकी तह में जाने की कोशिश की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कुछ स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

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