सड़क से सदन तक कांग्रेस ने सरकार को घेरा, हरीश रावत ने दिया धरना

पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के महासचिव हरीश रावत जहरीली शराब कांड और गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर विधानसभा के समक्ष धरने पर बैठे।

By BhanuEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 11:58 AM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 09:07 PM (IST)
सड़क से सदन तक कांग्रेस ने सरकार को घेरा, हरीश रावत ने दिया धरना
सड़क से सदन तक कांग्रेस ने सरकार को घेरा, हरीश रावत ने दिया धरना

देहरादून, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के नेतृत्व में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए कांग्रेसियों ने बुधवार को गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की मांग और प्रदेश में नकली शराब की बिक्री का विरोध करते हुए विधानसभा के समीप उपवास रख धरना दिया।

हरीश रावत समेत तमाम वक्ताओं ने राज्य की त्रिवेंद्र रावत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गन्ना किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर हमला बोला। धरना स्थल पर जिस तरह विधायकों, पूर्व विधायकों से लेकर कांग्रेस के बड़े नेताओं का जमावड़ा लगा, उसे रावत के पार्टी के भीतर और बाहर शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। रावत ने राज्य सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में उन्हें बाहरी बताने वालों को भी निशाने पर लिया। धरने के बहाने एक तीर से कई लक्ष्य साधकर हरदा ने ये भी जताने की कोशिश की कि फिलहाल प्रदेशस्तर पर उन्हें टक्कर देना किसी अन्य नेता के बूते में नहीं है। 

कांग्रेस ने बुधवार को सदन से लेकर सड़क पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। लोकसभा चुनाव का मौका, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुरुवार को रुद्रपुर में प्रस्तावित दौरा और हरिद्वार जिले में नकली शराब से हुई मौतों के मामले ने कांग्रेस को सरकार पर उग्र होने का मौका मुहैया करा दिया। मौके की नजाकत भांप कांगे्रस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी की सर्वोच्च इकाई कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य हरीश रावत बुधवार को विधानसभा के समीप धरने पर बैठे तो सदन के भीतर भी कांग्रेस विधायक ज्यादा देर टिक नहीं सके।

नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और सभी विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल, करन माहरा, ममता राकेश, फुरकान अहमद, मनोज रावत, हरीश धामी, आदेश चौहान, राजकुमार, धरना स्थल पर पहुंच गए।  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह और पार्टी पदाधिकारी धरने की शुरुआत से हरीश रावत के साथ ही रहे। वक्ताओं ने कहा कि पिछले साल राज्यपाल अभिभाषण में 15 दिन के भीतर गन्ना किसानों के बकाया भुगतान का वायदा किया गया था, लेकिन उस पर सरकार ने अमल नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नकली शराब की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। सरकार इस पर अंकुश लगाने में विफल है।    

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रुद्रपुर दौरे के मद्देनजर इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की टीस भी फिर उनकी जुबां पर आ गई। धरना स्थल पर उन्होंने कहा कि मोदी उत्तराखंड में लोकतंत्र के हत्यारे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जमकर नारे लगवाए। उन्होंने मोदी के दौरे का विरोध करने के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के फैसले को भी सराहा। उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र को बचाने की चुनौती है। इसके लिए राज्य की सभी पांचों संसदीय सीट पर जीत दर्ज करनी है। उन्होंने यह भी कहा कि पांचों सीटों पर कांग्रेस को जो भी उम्मीदवार होगा, वह उनका उम्मीदवार होगा। सबको मिलकर जीत के लिए काम करना है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि लोकसभा की चुनावी जंग जीतने के लिए कांग्रेस एकजुट है। धरना स्थल पर विधायकों और पूर्व विधायकों ने भी विचार रखे। 

कोई बाहरी नहीं, सब भीतरी हैं

हरीश रावत ने हरिद्वार संसदीय सीट पर उन्हें बाहरी बताए जाने पर भी इशारों में पार्टी के भीतर अपने विरोधियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि न कोई बाहरी और न भीतरी। हम सब कांग्रेसी हैं। ऐसी चुनौतियों से निपटने के वह आदी रहे हैं। कार्यकर्ताओं को इसे होली का एक रंग समझकर भुला देना चाहिए। 

खास बात ये है कि गन्ना किसानों, जहरीली शराब की बिक्री और मृतकों के परिजनों को ज्यादा राहत राशि देने की मांगों को लेकर धरने में गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों के पूर्व विधायकों में हीरा सिंह बिष्ट, दिनेश अग्रवाल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, राजेंद्र भंडारी, गणेश गोदियाल, अनुसूया प्रसाद मैखुरी, मंत्री प्रसाद नैथानी, मनोज तिवारी, हेमेश खर्कवाल, ललित फस्र्वाण, जोत सिंह बिष्ट समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुए। 

यह भी पढ़ें: भाजपा विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन ने हरीश रावत पर बोला हमला    

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी के रुदुपुर दौरे का विरोध करेगी कांग्रेस, होगा प्रदर्शन

यह भी पढ़ें: भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमा की समर्पण निधि, लोकसभा चुनाव जीतने का लिया संकल्प

chat bot
आपका साथी