यहां महादेव को साक्षी मान एक-दूजे के हुए आठ जोड़े, जानिए

निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। जिसमें पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में महादेव को साक्षी मानकर पवित्र अग्नि के चारों ओर सात फेरे लेकर आठ जोड़े विवाह बंधन में बंधे।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 13 May 2019 04:59 PM (IST) Updated:Mon, 13 May 2019 04:59 PM (IST)
यहां महादेव को साक्षी मान एक-दूजे के हुए आठ जोड़े, जानिए
यहां महादेव को साक्षी मान एक-दूजे के हुए आठ जोड़े, जानिए

देहरादून, जेएनएन।  श्री पृथ्वीनाथ महादेव सेवादल की ओर से निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। जिसमें पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में महादेव को साक्षी मानकर पवित्र अग्नि के चारों ओर सात फेरे लेकर आठ जोड़े विवाह बंधन में बंधे। हजारों लोग इस विवाह के साक्षी बने। विवाह के बाद सेवादारों ने बेटियों को नम आंखों से ससुराल के लिए विदा किया। 

विवाह से पूर्व सहारनपुर रोड स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में श्री पृथ्वीनाथ महादेव सेवादल ने बरातियों को सामूहिक भोज कराया। उसके बाद पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में महंत श्रीश्री 108 रविंद्र पुरी के पावन सानिध्य में फेरों की रस्म अदा की गई। सेवादारों ने बताया कि जो परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं, सेवादल ऐसे परिवारों की कन्याओं की समय-समय पर शादी कराता है। आयोजन में शामिल लोगों ने नवदंपतियों के जीवन की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। साथ ही कन्याओं को जरूरत का सामान भेंट किया गया। मंदिर में महंत रविंद्र पुरी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं व पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। 

इस दौरान सेवादार संजय गर्ग ने बताया कि बालाजी महाराज की शोभायात्र के खर्च में कटौती के बचत के धन से कन्याओं का विवाह कराया गया है। इस दौरान दिगंबर भागवत पुरी, कुंवर जपिंदर, आचार्य विपिन जोशी, पं. भारत भूषण भट्ट, रमा गोयल, अशोक कुमार अग्रवाल, राजेंद्र आनंद, राजकुमार गुप्ता, विक्की गोयल, विनय गोयल समेत अन्य लोग मौजूद रहे। 

कन्यादान करने का मिला सौभाग्य 

आठ कन्याओं के सामूहिक विवाह में कुछ दंपतियों को कन्यादान करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। ज्योति स्वरूप व राज रानी सोनी और बाला नंदा और चिरंजीव लाल नंदा ने अलग-अलग कन्याओं के अभिभावक की भूमिका निभाई। बताया कि उनकी कोई बेटी नहीं है। इसलिए इस आयोजन में बेटी का कन्यादान करने का अवसर उन्हें प्राप्त हुआ है। 

सात वचन लेकर थामा हाथ 

काजल संग पवन, सीता कुमारी संग राकेश राम, रुक्मणी संग रजत, विशाखा संग प्रवीन, दीपा संग रोहित, पूजा संग महेश, पूर्णिमा संग देवेंद्र, लक्ष्मी संग मनोज ने सात जन्मों का वचन देकर एक दूसरे का हाथ थामा। 

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