Dussehra 2020: नहीं टूटी 72 साल से चली आ रही परंपरा, बन्नू बिरादरी करेगा सांकेतिक रावण दहन

Dussehra 2020 72 साल से चली आ रही बन्नू बिरादरी की परंपरा इस बार नहीं टूटेगी। विजयादशमी के पर्व पर सांकेतिक रूप से रावण दहन किया जाएगा। बन्नू बिरादरी की ओर से आज शाम साढ़े बजे बन्नू स्कूल में प्रदेश में सबसे छोटा पांच फीट का रावण जलाया जाएगा।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 03:18 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 03:18 PM (IST)
Dussehra 2020: नहीं टूटी 72 साल से चली आ रही परंपरा, बन्नू बिरादरी करेगा सांकेतिक रावण दहन
नहीं टूटेगी 72 साल से चली आ रही परंपरा।

देहरादून, जेएनएन। Dussehra 2020 राजधानी देहरादून में 72 साल से चली आ रही बन्नू बिरादरी की परंपरा इस बार नहीं टूटी। विजयादशमी के पर्व पर सांकेतिक रूप से रावण दहन किया गया। बन्नू बिरादरी की ओर से शाम साढ़े बजे बन्नू स्कूल में प्रदेश में सबसे छोटा पांच फीट का रावण जलाया गया। 

दशहरा पर्व की धार्मिक आस्था और देहरादून के मुख्य आयोजन से जुड़ी आम जनमानस की भावनाओं को देखते हुए बन्नू बिरादरी ने अपना निर्णय वापस ले लिया है। बिरादरी ने शनिवार को लिए गए रावण दहन न करने के अपने पूर्व में लिए गए फैसले पर पुनर्विचार करते हुए  इस वर्ष की विषम परिस्थितियों को देखते हुए दशहरा कार्यक्रम को सांकेतिक रूप से मनाने का फैसला लिया है।

बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि सनातन धर्म इंटर कॉलेज (बन्नू) रसकोर्स के ग्राउंड में इस वर्ष रावण दहन का कार्यक्रम शाम पांच बजकर 30 मिनट पर कार्यकारिणी के सिर्फ दस व्यक्तियों की उपस्थिति में पूर्ण विधि-विधान के साथ आयोजित किया जाएगा। इसके लिए पांच फीट के रावण को तैयार किया गया है। इस वर्ष  तैयार किए गए रावण का आकार संभवतः उत्तराखंड में सबसे छोटा होगा।  

विषम परिस्थितियों में सांकेतिक रूप से मनाए जा रहे इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए हरीश विरमानी ने कहा कि हमें हर हाल में कोरोना के बचाव के साधनों का पालन करना ही होगा। उन्होंने बन्नू बिरादरी की ओर से अर्धम पर धर्म की जीत के इस पावन पर्व के अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

1948 से चली आ रही है ये परंपरा 

आपको बता दें कि साल 1948 से हर बन्नू बिरादरी हर साल दशहरे के अवसर पर राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में रावण दहन का कार्यक्रम और भव्य समारोह आयोजित करती आ रही है। पर इसबार परिस्थितिया हटकर हैं। ऐसे में शनिवार को बन्नू बिरादरी ने दशहरा न मनाने का फैसला लिया था। दरअसल, बिरादरी ने दशहरा पर्व पर होने वाले समाहरोह को परेड ग्राउंड के स्थान पर रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल में सूक्ष्म रुप से मनाने के लिए जिला प्रशासन से कम से कम 200 व्यक्तियों के शामिल होने की अनुमति मांगी थी।

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हालांकि, प्रशासन ने दशहरा कार्यक्रम के लिए ज्यादा से ज्यादा 50 ही लोगों को ही अनुमति प्रदान क। ऐसे इसे स्थगित करने का फैसला लिया गया। बन्नू बिरादी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि हर साल आयोजित होने वाला दशहरा कार्यक्रम देहरादून शहर का मुख्य कार्यक्रम होता है, जिसमें पिछले कई सालों से लगभग एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होते हैं। अब वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए इस कार्यक्रम को 50 लोगों के साथ करना संभव नहीं है। हालांकि, रविवार ने उन्होंने ये फैसला वापस ले लिया। 

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