पुलिस को मानवता का पाठ पढ़ा गए डीआइजी अरुण मोहन जोशी

डीआइजी अरुण मोहन जोशी के कार्यकाल में देहरादून में न सिर्फ अपराध पर अंकुश लगा बल्कि आम जनमानस के साथ पुलिस के व्यवहार में भी बदलाव देखने को मिला। यह डीआइजी जोशी के अनुशासन का नतीजा है कि आज दून के सभी पुलिसकर्मी जनता से सादगी से पेश आते हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 18 Dec 2020 11:58 AM (IST) Updated:Fri, 18 Dec 2020 11:58 AM (IST)
पुलिस को मानवता का पाठ पढ़ा गए डीआइजी अरुण मोहन जोशी
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) अरुण मोहन जोशी। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, देहरादून। पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) अरुण मोहन जोशी के कार्यकाल में देहरादून में न सिर्फ अपराध पर अंकुश लगा बल्कि आम जनमानस के साथ पुलिस के व्यवहार में भी बदलाव देखने को मिला। यह डीआइजी जोशी के अनुशासन का ही नतीजा है कि आज दून के सभी पुलिसकर्मी जनता से बेहद सादगी से पेश आते हैं।

अरुण मोहन जोशी ने तीन अगस्त 2019 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून का ओहदा संभाला था। वह एक जनवरी 2020 को डीआइजी बन गए। उत्तराखंड में मार्च में शुरू हुए कोरोना संक्रमण के दौरान उन्होंने पुलिस लाइन में कोविड कंट्रोल रूम बनाया, जिसे देश के बेस्ट कंट्रोल रूम का खिताब भी मिला। लॉकडाउन में जब दून के सैकड़ों परिवारों की आर्थिक स्थिति गंभीर हो गई तो डीआइजी ने खुद कमान संभालते हुए अपने मातहतों को घर-घर राशन पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी।

हजारों घरों में निश्शुल्क राशन पहुंचाया गया। डीआइजी जोशी ने जिले में रात को होने वाली वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस पिकेटों पर सख्ती से ड्यूटी शुरू करवाई। इसका नतीजा यह हुआ कि रात को होने वाली चोरी, लूट व डकैती की घटनाओं पर काफी हद तक अंकुश लगा। उन्होंने पुलिसकर्मियों का भी खूब ख्याल रखा। रात में पुलिस पिकेट पर ड्यूटी करने वालों के लिए सर्दी के मौसम में चाय तो गर्मियों में लस्सी की व्यवस्था की।

जोशी के कार्यकाल में इन वारदातों का हुआ खुलासा साइबर ठगी की घटनाओं को देखते हुए डीआइजी ने दो मार्च 2020 को पुलिस की एक टीम झारखंड भेजी। वहां से पुलिस ठगों को गिरफ्तार कर देहरादून लेकर आई। 20 फरवरी 2020 को आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश) से मुंबई पुलिस की हिरासत से फरार और 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश मनोज सिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया। 17 फरवरी 2020 को थाना डालनवाला क्षेत्र में परीक्षा के दौरान कॉलेजों के बाहर अभ्यर्थियों की स्कूटी की डिक्की का लॉक तोड़कर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। नेहरू कॉलोनी पुलिस ने सिद्धार्थ ज्वेलर्स लूट के आरोपितों को वारंट बी पर तलब कर ज्वेलरी बरामद की। दो जनवरी 2020 को ऋषिकेश में डकैती करने आए बदमाशों को गिरफ्तार किया। 14 अगस्त 2019 को सेना के जवानों के नाम पर ठगी करने वाले खान गैंग का पर्दाफाश कर चार आरोपितों को किया गिरफ्तार । एक अक्टूबर 2019 को अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी के मालिक आरपी ईश्वरन के घर हुई लूट का पर्दाफाश किया। नौ बदमाशों को सलाखों के पीछे भेजा। 12 दिसंबर 2019 को प्रेमनगर थाना क्षेत्र में सराफ से हुई लूट का पर्दाफाश किया। तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लूटे हुए गहने बरामद किए। दो अक्टूबर 2020 को पटेलनगर में ब्लेसिंग फार्म के पास सराफ से हुई लूट का पर्दाफाश किया।

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