सात हवाई सेवाओं के साथ Jollygrant Airport जनता को समर्पित, अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से है लैस

Jollygrant Airport जौलीग्रांट एयरपोर्ट अब अपने नए स्वरूप में दिखाई देगा। पुरानी टर्मिनल बिल्डिंग की जगह अब नई टर्मिनल बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई है। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसका उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद ये यह नया टर्मिनल वजूद में आ गया है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 08 Oct 2021 03:00 PM (IST) Updated:Fri, 08 Oct 2021 09:56 PM (IST)
सात हवाई सेवाओं के साथ Jollygrant Airport जनता को समर्पित, अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से है लैस
अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस हुआ जौलीग्रांट एयरपोर्ट।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। नागरिक उड्डयन और एयर कनेक्टिविटी के लिए शुक्रवार का दिन उत्तराखंड के लिए विशेष उपलब्धियों से भरा रहा। प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों के लिए सात हेली सेवाओं की शुरुआत के साथ देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस टर्मिनल भवन जनता को समर्पित किया गया। 

शुक्रवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में सात रूटों पर हेली सेवाओं का फ्लैग आफ कर उद्घाटन किया। इस दौरान जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर 1200 यात्री प्रति घंटे की क्षमता वाले अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नए टर्मिनल भवन का भी लोकार्पण किया।

जौलीग्रांट एयरपोर्ट से शुरू हुई सात नई हेली सेवाओं में देहरादून-हल्द्वानी/पंतनगर-देहरादून, पंतनगर-पिथौरागढ़-पंतनगर, देहरादून-श्रीनगर-देहरादून, देहरादून-गौचर-देहरादून और देहरादून-पिथौरागढ़-देहरादून की हेली सेवाएं शामिल हैं, जिन्हें पवनहंस संचालित करेगा।

वहीं, हेरीटेज की ओर से सहस्रधारा-चिन्यालीसौड़-सहस्रधारा और सहस्रधारा-गौचर-सहस्रधारा के लिए हेलीसेवा शुरू की गई हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने देहरादून हवाई अड्डे से उत्तराखंड के तीन स्थानों के लिए नई हवाई सेवाएं और 18 नए हेलीकाप्टर मार्ग शुरू करने के साथ देहरादून हवाई अड्डे में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं विकसित करने की घोषणा की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड में एवियेशन टर्बो फ्यूल (एटीएफ) में लगने वाले वेट को 20 प्रतिशत से घटाकर दो प्रतिशत कर दिया है। 

इसके पीछे सरकार की मंशा एयर कनेक्टिविटी के क्षेत्र में प्रदेश में अधिक से अधिक हेली कंपनियों को लाने का है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि वर्ष 2025 तक उत्तराखंड एक आदर्श राज्य के रूप में विकसित हो, जिसे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में पहचान मिल सके।

यह भी पढ़ें- आज से पिथौरागढ़, गौचर और चिन्यालीसौड़ के लिए शुरू होंगी हेली सेवाएं, जानिए कितना है किराया और कैसे करें टिकट की बुकिंग

इस दौरान नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने भी आनलाइन माध्यम से जुड़ कर कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर महापौर देहरादून सुनील उनियाल गामा, संयुक्त सचिव भारत सरकार उषा पांडियन, एके पाठक, जिलाधिकारी देहरादून आर राजेश कुमार, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें- कभी ये था बागीचों का शहर, आज सीमेंट-कंक्रीट के जंगल में हुआ तब्दील; आप भी जानिए

chat bot
आपका साथी