टैरो कार्ड रीडिंग सीखेंने का युवाओं में बढ़ रहा क्रेज

दून में भी टैरो कार्ड रीडिंग में काफी लोग रूचि रखते हैं इसलिए अब इसको सीखने के प्रति युवा वर्ग में क्रेज बढ़ रहा है। कई लोगों ने इस व्यवसाय बनाया है और अच्छा पैसा कमा रहे हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 20 Jan 2020 01:29 PM (IST) Updated:Mon, 20 Jan 2020 01:29 PM (IST)
टैरो कार्ड रीडिंग सीखेंने का युवाओं में बढ़ रहा क्रेज
टैरो कार्ड रीडिंग सीखेंने का युवाओं में बढ़ रहा क्रेज

देहरादून, जेएनएन। भारतीय संस्कृति में ज्योतिष का अपना एक अलग स्थान है उसी तरह यूरोपियन समाज में टैरो कार्ड रीडिंग अलग महत्व रखता है। दून में भी टैरो कार्ड रीडिंग में काफी लोग रूचि रखते हैं इसलिए अब इसको सीखने के प्रति युवा वर्ग में क्रेज बढ़ रहा है। कई लोगों ने इस व्यवसाय बनाया है और अच्छा पैसा कमा रहे हैं।

इस बदलते दौर में हर कोई किसी न किसी समस्या से परेशान है। जहां दंपती अपनी पारिवारिक समस्याओं, युवा अपने कॅरियर बनाने को लेकर और अधिकांश लोग स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रहे हैं। इन समस्याओं के निजात पाने के लिए लोग हर तरह के प्रयास करते हैं। ऐसे में लोग टैरो कार्ड रीडिंग में अपनी समस्याओं का जवाब ढूंढ रहे हैं। युवा हो या बुजुर्ग हर किसी को टैरो कार्ड रीडिंग लुभा रही हैं। युवाओं की माने तो टैरो कार्ड रीडिंग उन्हें इसलिए पसंद है, क्योंकि इसके माध्यम से उनकी परेशानी वाले सवालों का जबाव कुछ ही पलों में हासिल किया जा सकता है।

78 कार्ड में है आपके हर सवाल का जवाब  

पटेल नगर निवासी टैरो कार्ड रीडर प्रभा आनंद ने बताया कि टैरो कार्ड में कुल 78 कार्ड इस्तेमाल किए जाते हैं। जिसमें 22 मेजर कार्ड होते हैं। जो सबसे पहले बनाए गए थे। जबकि 56 माइनर कार्ड होते हैं। हर कार्ड की अपनी अलग पहचान होती है। इन कार्डों में राशियां, नंबर और ग्रह शामिल होते हैं। जो पूछने वाले व्यक्ति का जवाब उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने बताया कि टैरो कार्ड के लिए किसी की जन्मतिथि बताना अनिवार्य नहीं। व्यक्ति के नाम के आधार पर ही उसके व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।

यूरोपियन सभ्यता से हुई टैरो कार्ड रीडिंग की शुरुआत  

प्रभा आनंद ने बताया कि टैरो कार्ड रीडिंग की शुरुआत यूरोपियन सभ्यता से हुई। पहले लोग इसे एक खेल के तौर पर इस्तेमाल करते थे, लेकिन जैसे-जैसे खेल में पूछे जाने वाले सवालों का लोगों को सही जवाब मिलना शुरू हुआ वैसे-वैसे लोगों की इसमें और रूचि बढ़ने लगी। जिसके पश्चात लोगों ने इसे व्यवसाय के रूप में सीखना शुरू कर दिया।

युवा दिखा रहे रीडिंग सीखने में रूचि

ओम आनंदमय इंस्टीट्यूट ऑफ हीलिंग, मेडीटेशन और इंटीग्रेटेज थेरेपिज संस्थान की संचालक प्रभा आनंद के अनुसार वह पिछले 17 सालों से टैरो कार्ड रीडिंग कर रही है। पिछले दस सालों से कार्ड रीडिंग का प्रशिक्षण भी दे रही है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन सालों में युवाओं का क्रेज टैरो कार्ड रीडिंग की तरह बढ़ा है।

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रिलेशनशिप संबंधी प्रश्न सबसे अधिक  

प्रभा ने बताया कि उनके पास आने वाले लोगों में सबसे अधिक लोग रिलेशनशिप संबंधी प्रश्न पूछते हैं। जिसके बाद कॅरियर और स्वास्थ्य संबंधी होते हैं।

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