Uttarakhand Lockdown: होमवर्क तो मिल गया, लेकिन नोटबुक का नहीं है इंतजाम; कैसे होगी पढ़ाई

स्कूल कॉलेज फिलहाल बंद है। केंद्र सरकार की ओर से स्कूल-कॉलेज जून तक बंद रखने के संकेत मिले हैं। ऐसे में सभी बोर्डों ने अपने स्तर से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Thu, 09 Apr 2020 08:58 PM (IST) Updated:Thu, 09 Apr 2020 08:58 PM (IST)
Uttarakhand Lockdown: होमवर्क तो मिल गया, लेकिन नोटबुक का नहीं है इंतजाम; कैसे होगी पढ़ाई
Uttarakhand Lockdown: होमवर्क तो मिल गया, लेकिन नोटबुक का नहीं है इंतजाम; कैसे होगी पढ़ाई

देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते स्कूल कॉलेज फिलहाल बंद है। केंद्र सरकार की ओर से स्कूल-कॉलेज जून तक बंद रखने के संकेत मिले हैं। ऐसे में सभी बोर्डों ने अपने स्तर से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी हैं। साथ ही छात्र-छात्रओं को घर के लिए होम असाइनमेंट भी दिए जा रहे हैं। लेकिन बच्चों के सामने नोटबुक की समस्या खड़ी हो गई है। स्टेशनरी की दुकान बंद होने के कारण नई नोटबुक नहीं खरीद पा रहे।

देहरादून में कई स्कूलों में नए सत्र की पढ़ाई ऑनलाइन मोबाइल एप और व्हाट्सएप के माध्यम से शुरू हो गई है। छात्र-छात्रओं को होम असाइनमेंट भी दिए जा रहे हैं। सेंट जोजफ्स, एशियन स्कूल, पैसल वीड समेत अन्य कई निजी स्कूल नए सत्र की पढ़ाई शुरू करा चुके हैं।

हालांकि छात्र-छात्रओं के सामने नोटबुक की समस्या खड़ी हो गई है। खासकर निजी स्कूलों में पढ़ रहे छात्र छात्रएं ज्यादा परेशान हैं। क्योंकि इनमें नोटबुक और वर्कशीट पर विशेष जोर दिया जाता है। अभिभावक भी परेशान हैं कि नोटबुक कहां से खरीद कर लाएं। हालांकि केंद्रीय विद्यालयों ने छात्र-छात्रओं को पुरानी नोटबुक्स में ही नए सत्र का काम करने की छूट दी है।

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क्या बोले छात्र-छात्राएं

एसजीआरआर पटेल नगर में पढ़ने वाली एक छात्रा ने बताया कि स्कूल से काम मिलना तो शुरू हो गया है लेकिन, नई नोटबुक नहीं है। दुकानें बंद होने के कारण नहीं नोटबुक भी नहीं ला सकते पुराने सत्र की नोटबुक पर भी किसी में चार तो किसी में 6 पेज ही बाकी हैं। चकराता रोड पर एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा सोनम ने बताया कि स्कूल से काम मिलना शुरू हो गया है लेकिन, नई नोटबुक नहीं है। स्कूल में हर साल हर विषय के लिए अलग नोटबुक बनानी होती है ऐसे में इन दिनों मिल रहा काम कहां किया जाए इसके लिए स्थिति स्पष्ट नहीं है।

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