सीएम रावत ने दिए निर्देश, होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर रखी जाए कड़ी निगरानी

सीएम रावत ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि होम क्वारंटाइन में रखे गए लोगों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया जाए।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 03:46 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 09:13 PM (IST)
सीएम रावत ने दिए निर्देश, होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर रखी जाए कड़ी निगरानी
सीएम रावत ने दिए निर्देश, होम क्वारंटाइन किए गए लोगों पर रखी जाए कड़ी निगरानी

देहरादून, जेएनएन। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि होम क्वारंटाइन में रखे गए लोगों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया जाए। होम क्वारंटाइन और पर्यटन स्थलों पर निगरानी के लिए पीआरडी, होमगार्ड और अन्य लोगों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कारवाई की जाए। हाई रिस्क मामलों और आरोग्य सेतु एप पर भी नियमित निगरानी रखी जाए। सर्विलांस सिस्टम को और अधिक मजबूत बनाने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को सचिवालय में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए से समीक्षा की। सीएम ने कहा कि चार मैदानी जिलों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। इन जनपदों में सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। अभी प्रदेश में 558 कोविड के सक्रिय मामलों में से 473 इन चार जिलों में हैं। शेष 09 जनपदों में 85 एक्टिव केस हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सब्जी मंडियों और पर्यटक स्थलों पर शारीरिक दूरी और कोविड-19 के अन्य मानकों का पूरा अनुपालन किया जाए। मानकों का अनुपालन न करने वालों पर कारवाई की जाए। कन्टेंटमेंट जोन माइक्रो लेबल पर बनाए जाए, जिससे उनकी निगरानी भी सही तरीके से हो और लोगों को अनावश्यक परेशानियां न हो।

राज्य में बढ़ाई गई कोविड सैंपल टेस्टिंग 

सीएम ने बताया कि राज्य में कोविड सैंपल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई गई है। जल्द ही कुछ और ट्रू-नेट मशीन राज्य को मिलने वाली हैं, जिससे सैंपलिंग में और तेजी आएगी। उन्होंने जिलाधिकारी नैनीताल को निर्देश दिए कि एसडीआरएफ के सहयोग से नैनीताल में 500 बैड का कोविड केयर सेंटर बनाया जाए। अभी राज्य रिकवरी रेट में देश में लद्दाख के बाद दूसरे नंबर पर है। कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिन जनपदों की सीमाएं अन्य प्रदेशों के जनपदों की सीमाओं से लगी हैं, सतर्कता के दृष्टिगत उस जिले के प्रशासन से समन्वय रखा जाए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं सुचारू रखी जाए, रिस्पॉन्स सिस्टम कम से कम किया जाए। डेंगू से बचाव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान सभी जिलाधिकारी और उनकी टीम अच्छा कार्य कर रहे हैं। पर अभी हमको पूरी सतर्कता के साथ कार्य करने होंगे। जनता का भी सकारात्मक सहयोग मिला है।

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सर्विलांस सिस्टम को रखा जाए प्राथमिकता पर 

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि सर्विलांस सिस्टम को प्राथमिकता पर रखा जाए। सभी जिलों में सैंपल टेस्टिंग टारगेटेड हो। हमें कोरोना से बचाव के साथ ही आर्थिक गतिविधियों पर भी ध्यान देना होगा। प्रधानमंत्री  के जान और जहान दोनों कॉन्सेप्ट पर काम करना होगा। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। राज्य में स्थिति नियंत्रण में हैं, आगे भी हमारे प्रयास इसी तरह के होने चाहिए। बैठक में बताया गया कि काशीपुर में अधिक एक्टिव केस के दृष्टिगत काशीपुर में लॉकडाउन किया गया है।

बैठक में सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, सचिव शैलेश बगोली, पंकज पाण्डेय, एसए मुरुगेशन, आइजी संजय गुंज्याल, अपर सचिव सोनिका, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती सहित सभी जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 

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