नियामक आयोग अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर सुगबुगाहट

उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के रिक्त चल रहे अध्यक्ष पद पर संभावित दावेदारों को लेकर चर्चाओं का दौर तेज है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 May 2019 09:56 PM (IST) Updated:Tue, 14 May 2019 09:56 PM (IST)
नियामक आयोग अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर सुगबुगाहट
नियामक आयोग अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर सुगबुगाहट

राज्य ब्यूरो, देहरादून: उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग के रिक्त चल रहे अध्यक्ष पद पर संभावित दावेदारों को लेकर चर्चाओं का दौर तेज है। इस पद के संभावित दावेदारों में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह का नाम भी तेजी से चर्चाओं में हैं। चर्चा यहां तक है कि अध्यक्ष पद के लिए वह मुख्य सचिव पद से इस्तीफा तक दे सकते हैं।

प्रदेश में नियामक आयोग के अध्यक्ष का पद खाली चल रहा है। इस पद पर तैनात रहे पूर्व मुख्य सचिव सुभाष कुमार का कार्यकाल मार्च में समाप्त हो चुका है। फिलहाल आयोग के सदस्य डीपी गैरोला ही कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में दायित्व संभाले हुए हैं। प्रदेश में आम चुनाव की आचार संहिता लगे होने के कारण फिलहाल इस पद को भरा नहीं जा सका है। अब चूंकि आचार संहिता समाप्त होने का समय नजदीक आ रहा है तो ऐसे में संभावित दावेदारों के नामों की चर्चा तेजी से चल रही है। इनमें एक नाम मुख्य सचिव का भी है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की सेवाएं अभी जुलाई 2020 तक हैं। वह काफी पहले से केंद्र में जाने की मंशा जाहिर कर चुके हैं। यह भी माना जा रहा है कि यदि केंद्र में फिर से मोदी सरकार आती है तो उन्हें केंद्र में कैबिनेट सचिव के रूप में बुलाया जा सकता है। ऐसे में उन्हें दो वर्ष का सेवाकाल और मिल जाएगा। अब एक चर्चा यह भी है कि नियामक आयोग के अध्यक्ष पद का कार्यकाल छह वर्ष का होता है तो वह यहां भी आ सकते हैं।

मंगलवार को अचानक ही मुख्य सचिव के इस्तीफे की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। चैनल व अखबारों के दफ्तरों में इसे लेकर फोन घनघनाने लगे। हालांकि, इस दौरान मुख्य सचिव अपने कार्यालय में विभागीय बैठकों में व्यस्त थे। ऐसे में ये सारी बातें चर्चाओं तक ही सीमित रह गई, इसकी अधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है।

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