Scholarship scam: छात्रवृत्ति घोटाले में सात संस्थानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी प्रभारी मंजुनाथ टीसी प्रभारी एसआईटी जिला हरिद्वार की जांच के बाद विभिन्न थानों में सात संस्थानों के मालिक/संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 06 Feb 2020 07:56 PM (IST) Updated:Fri, 07 Feb 2020 07:26 AM (IST)
Scholarship scam: छात्रवृत्ति घोटाले में सात संस्थानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
Scholarship scam: छात्रवृत्ति घोटाले में सात संस्थानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

देहरादून, जेएनएन। छात्रवृत्ति घोटाले में एसआइटी प्रभारी मंजुनाथ टीसी की जांच के बाद देहरादून के डालनवाला कोतवाली और वसंत विहार थाने में सात संस्थानों के मालिक व संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपितों ने अपने संस्थानों में अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्र-छात्राओं के फर्जी दाखिले दर्शाए और उनके नाम पर छात्रवृत्ति की रकम भी निकाल ली। एसआइटी की माने तो यह राशि करोड़ों में है। 

यह गड़बड़ी वर्ष 2012 से 2016 के बीच की गई हैं। पुलिस के अनुसार, इस मामले में सातों संस्थानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अब पुलिस के स्तर से जांच भी शुरू की जा रही है। बताया कि प्रथम दृष्टया पाया गया है कि इन संस्थानों ने फर्जी दाखिले तो दिखाए ही, साथ ही कई छात्रों के बैंक खातों में एक ही मोबाइल नंबर दर्ज पाया गया। इसके अलावा छात्रों के सत्यापन में भी बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किए जाने की बात सामने आई। 

इन संस्थानों पर दर्ज हुआ मुकदमा 

लैंडमार्क फाउंडेशन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टेक्नालॉजी, देहरादून : संस्थान पर 64,42,850 लाख रुपये के गबन का आरोप है। संस्थान को जिला समाज कल्याण विभाग से 2012-2013 से वर्ष 2016-17 तक छात्रवृत्ति आवंटित की गई। यह राशि छात्रों के खाते में न डालकर सीधे संस्थान के खाते में डाली गई। इसके साथ ही संस्थान ने एक ही शैक्षणिक सत्र में कई छात्रों का दोबारा प्रवेश दर्शाया था, वहीं कुछ छात्रों के बैंक खातों में एक ही मोबाइल नंबर दर्ज पाया गया। 

साईं राम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सरधना, मेरठ 

छात्रवृत्ति घोटाले में वर्ष 2012-13 से 1014-15 तक एक करोड़ 45 लाख 80 हजार 700 रुपये का गबन किया। वर्ष 2012-13 में अनुसूचित जाति जनजाति के 59 छात्रों की छात्रवृत्ति के 45,66,600 रुपये, 2013-14 में 132 छात्रों के लिए 75,42,800 रुपये, जबकि वर्ष 2014-15 में 32 छात्रों की छात्रवृत्ति के नाम पर 24,71,300 रुपये छात्रों के खातों में डाले गए। सत्यापन में सामने आया कि जिन छात्रों के नाम पर छात्रवृत्ति जारी की गई, उन्होंने दाखिले से ही इन्कार किया। 

शाकुंबरी पैरामेडिकल कॉलेज रिसर्च सेंटर बादशाही बाग सहारनपुर 

इस संस्थान पर 44,025,06 रुपये के गबन का आरोप है। जांच में सामने आया कि संस्थान को जिला समाज कल्याण अधिकारी की ओर से वर्ष 2013-14 में 159 छात्र-छात्राओं की छात्रवृति की धनराशि जारी की गई। इस संस्थान ने भी जिन छात्रों का प्रवेश होना दर्शाया था एसआइटी जांच में उन छात्रों ने संस्थान में प्रवेश से इन्कार किया है। 

मिलेनियम इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी बिहारीगढ़ सहारनपुर 

संस्थान पर फर्जी कागजात बनाकर 1,69,54,325 रुपये छात्रवृत्ति के गबन करने का आरोप है। संस्थान को जिला समाज कल्याण अधिकारी देहरादून की ओर से वर्ष 2012-13 में अनुसूचित जाति-जनजाति के 28 छात्रों की छात्रवृत्ति के तौर पर 21,61,600 रुपये, वर्ष 2014-15 में 64 छात्रों की छात्रवृत्ति के 43,59,100 रुपये, वर्ष 2014-15 में 105 छात्रों की छात्रवृत्ति के 1,04,33,625 रुपये छात्रों के खाते में डाले गए। इसमें अधिकांश छात्रों के बैंक खातों में एक ही मोबाइल नंबर का प्रयोग किया गया है। 

उप्र कॉलेज ऑफ पॉलिटेक्निक कमलपुर सहारनपुर 

इस संस्थान पर छात्रवृत्ति के 68,70,530 लाख रुपये गबन करने का आरोप है। इस संबंध में थाना डालनवाला में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी देहरादून ने वर्ष 2014-15 में अनुसूचित जाति-जनजाति के 227 छात्रों की छात्रवृत्ति धनराशि 68,70,530 रुपये उनके खातों में डाले गए। आनलाइन छात्रवृत्ति वितरण में अधिकांश छात्रों के बैंक खातों में एक ही मोबाइल नंबर दर्ज पाया गया। जांच में छात्रों ने संस्थान में प्रवेश ही इन्कार किया है। 

कृष्णा प्राइवेट आइटीआइ कमलपुर छुटमलपुर सहारनपुर और कमलेश पैरामेडिकल प्राइवेट लिमिटेड छुटमलपुर मुजफ्फराबाद सहारनपुर 

इन दोनों संस्थानों ने फर्जी कागजात बनाकर 2,15,62,800 रुपये गबन किया। धनराशि वर्ष 2014 तक छात्रों के बैंक खातों में के जाने के बजाए सीधे संस्थानों के बैंक खाते में डाली गई। वर्ष 2014-15 में ऑनलाइन छात्रवृत्ति वितरण में इन दोनों संस्थानों के अधिकांश छात्रो के बैंक खातों में एक ही मोबाइल नंबर दर्ज था। इन दोनों संस्थानों पर डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। 

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अब तक 36 संस्थानों पर हो चुका है मुकदमा

छात्रवृत्ति घोटाले में अब तक 36 संस्थानों पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। इनमें उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र शामिल हैं। घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए गठित एसआईटी की ओर से अभी जांच जारी है।

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