भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत बोले, कृषि बिल पर अपने ही जाल में फंसी कांग्रेस

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने संसद में पारित कृषि बिलों को लेकर कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पर निशाना साधा।

By Edited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 10:52 PM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 01:59 PM (IST)
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत बोले, कृषि बिल पर अपने ही जाल में फंसी कांग्रेस
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत बोले, कृषि बिल पर अपने ही जाल में फंसी कांग्रेस

देहरादून, राज्य ब्यूरो।  भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने संसद में पारित कृषि बिलों को लेकर कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले खुद कृषि बिल के समर्थन में थी और अब इसका विरोध कर अपने ही जाल में फंस गई है। उन्होंने कहा कि जब पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेसके राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के पास कुछ कहने को नहीं रहा तो उनके द्वारा मौन धारण कर लिया गया।

भगत ने कहा कि कृषि बिल ऐतिहासिक हैं और इससे किसानों को बहुत फायदा मिलेगा। उनकी आमदनी और उत्पादन दोनों में बढ़ोतरी होगी। साथ ही वे न्यूनतम समर्थन मूल्य और बिचौलियों के मकड़जाल से भी मुक्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे उत्तराखंड के किसानों को भी लाभ मिलेगा। भगत ने कहा कि कृषि बिलों का विरोध कर काग्रेस के दोहरे चरित्र और धोखा देने आदत का फिर खुलासा हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोस चुनाव में सरकार आने पर ये बिल लाने का वादा किया था। अब जबकि केंद्र की मोदी सरकार ये बिल लाई तो कांग्रेस इनका विरोध कर रही है। इससे साफ है कि कांग्रेस के खाने और दिखाने के दांत अलग-अलग हैं।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: नेता प्रतिपक्ष हृदयेश को एयर लिफ्ट कर मेदांता शिफ्ट करने की तैयारी, कोरोना की हुई थी पुष्टि

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मौन पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि जब बोलने को कुछ नहीं होता तो मौन रहना मजबूरी बन जाती है। मौन रह कर बोलने से बचने और खबर भी बन जाने की सोच के साथ रावत ने मौन का नाटक किया। यह बात अलग है कि उनकी पार्टी के कई नेता मौन के समय मोबाइल फोन पर बात करते हुए कैमरों में कैद हो गए। यह भी काग्रेस के दोहरे चरित्र को उजागर करता है।

यह भी पढ़ें: Uttarakhand Assembly Monsoon Session: विधानभवन के सभामंडप में ही होगा विधानसभा का मानसून सत्र

chat bot
आपका साथी