गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड के लिए किए आसन

गढ़वाल मंडल विकास निगम व उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में मंगलवार को गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड के लिए तीन योगासनों का प्रदर्शन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Mar 2019 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 06 Mar 2019 03:00 AM (IST)
गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड के लिए किए आसन
गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड के लिए किए आसन

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :

गढ़वाल मंडल विकास निगम व उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में मंगलवार को गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड के लिए तीन योगासनों का प्रदर्शन किया गया। इस आयोजन में वीरभद्र आसन, सेतुबंद आसन व राज कपोत आसन के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने का दावा किया गया। हालांकि इसके परिणाम गिनीज बुक की ओर से परीक्षण के बाद घोषित किए जाएंगे।

मुनिकीरेती स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिसार्ट में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में मंगलवार का दिन खास रहा। योग साधको ने वीरभद्र आसन जो पूर्व में 369 लोगो के द्वारा एक साथ तीन मिनट करने का रिकार्ड है, उसे तोड़ने के लिए 897 योग साधको ने तीन मिनट 30 सेकेंड तक करने में सफलता अर्जित की। वहीं दूसरी और राज कपोत आसन एक मिनट के बजाय एक मिनट 30 सेकेंड करने का लक्ष्य रखा गया, जिसे सभी प्रतिभागियों ने सफलता से पूर्ण किया। जबकि सेतुबन्द आसन, जिसे पूर्व में 2000 योग साधकों द्वारा एक साथ करने विश्व कीर्तिमान है उसे यहां संख्या के लिहाज से प्रतिभागी पूरा नहीं कर पाए। मगर सभी 897 प्रतिभागियों ने इस आसन को पूर्ण कर सभी का मन मोहा। इस रिकॉर्ड को दर्ज करने के लिए गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड की पांच सदस्य टीम ने सभी साक्ष्यों का बारीकी के साथ अध्ययन किया। गिनीज बुक द्वारा अब इन तत्थ्यों का बारीकी से अध्ययन करने के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा। इस प्रतियोगिता को सम्पन्न कराने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल, 100 एनसीसी कैडेट्स, चिकित्सकों की टीम, फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी टीम ने सहयोग किया। इस अवसर पर निगम की प्रबन्ध निदेशिका ज्योति नीरज खैरवाल, महाप्रबंधक बीएल राणा, गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड के मजिस्ट्रेट नरेन्द्र सिंह चौहान, डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी, विपुल रतुड़ी, कृष्ण उप्रेती, राजेन्द्र ढोंडियाल, कैलाश कोठारी, मेहरबान सिंह रांगड़, आशुतोष नेगी आदि मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री के प्रयास से योग को मिली नई पहचान

मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में आयोजित योग कक्षाओं में योग गुरु राधेश्याम मिश्रा ने योग साधको को योग, प्राणायाम, आसन व नियमों से अवगत कराया।उन्होंने कहा कि हमारे देश में सदियों से ऋषि-मुनि योग की परंपरा को आगे बढ़ाते रहे हैं। मगर जानकारी के अभाव में हम ही इसके प्रचार- प्रसार को आगे नहीं बढ़ा पाये। मगर, 2014 के बाद देश में नही विदेशो में भी जिस तेजी के साथ योग को पहचान मिली है उसका श्रेय भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। आज अंतराष्ट्रीय जगत में योग दिवस 21 जून को मनाया जा रहा है। डॉ. अर्पिता नेगी ने योग कक्षा में महिलाओं के अंदर आ रहे विकार संबंधी जानकारी और उनका निष्पादन करने के लिए सरल योग, प्राणायाम, आसन से योग साधको को रूबरू करवाया। उन्होंने कहा कि आप नाड़ी शुद्ध कर किसी भी समस्या से विजय प्राप्त कर सकते हैं, किन्तु प्राण धारणा किया जाना भी बेहद जरूरी है। इस अवसर पर उन्होंने अनुलोम-विलोम, कपाल भाती आदि अनेक सरल क्रियाओं से योग साधकों को परिचित कराया। इस महोत्सव पर आयोजित योगशाला में वैभवनाथ ने सत्य योग, निराली ने जेंटलयोग एंड मैडिटेशन, अभिषेक पोखरियाल ने बॉडी एलाइनमेंट एंड एडजस्टमेंट, डॉक्टर पालक्कल एनपी ने कॉस्मिक मैडिटेशन, गीता साधिका ने योग एंड मैडिटेशन,डॉक्टर संजीव पांडेय ने प्राणायाम,सी एम भण्डारी जी ने योग इन डेली लाइफ, ज्योति ने पैनिक हीलिग, गीता शंकर ने योग ़फॉर वीमेन, उषा माता ने इयेंगेर योग, कामिनी देसाई ने योग निद्रा, योगी विश्वपाल जयंत ने योग एंड नेचुरोपैथी, सो़िफया फाइटिना ने अडॉप्टिग हिमायत योग ़फॉर चिल्ड्रन, नवदीप जोशी ने नाद मैडिटेशन ़फॉर प्रेग्नेंसीय, नोउफ मरवाई ने योग इन एम्पोवेर्मेंट, नवीन जोशी ने कुण्डलनी योग, मनोज रावत ने आर्ट ऑफ आसन, संदीप पाण्डेय ने हठ योग, प्रसिद्ध योग गुरु डॉक्टर ईश्वर भारद्वाज ने इम्पोर्टेंस ऑफ योग इन डेली लाइफ, डॉ. सुनील जोशी ने मर्म चिकित्सा, कमल सिंह ने आष्टांग विन्यास विषय पर योग साधको को जानकारी दी।

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