जहरीली शराब से एक और व्यक्ति की मौत, अब तक जिले में हो चुकी है 39 की मौत

जहरीली शराब से बीमार एक और व्यक्ति ने उपचार के दौरान सोमवार को दम तोड़ दिया। उसे पिछले सप्ताह एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 01:55 PM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 04:02 PM (IST)
जहरीली शराब से एक और व्यक्ति की मौत, अब तक जिले में हो चुकी है 39 की मौत
जहरीली शराब से एक और व्यक्ति की मौत, अब तक जिले में हो चुकी है 39 की मौत

देहरादून, जेएनएन। जहरीली शराब से बीमार एक और व्यक्ति ने उपचार के दौरान सोमवार को दम तोड़ दिया। उसे पिछले सप्ताह एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। वहीं तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। दूसरी ओर जहरीली शराब कांड में रिमांड पर लिए केमिकल सप्लायर अजरुन की निशानदेही पर पुलिस ने डाडली गांव में गन्ने के खेत से 10 लीटर केमिकल बरामद किया है।

सात फरवरी को बाल्लुपुर गांव से जहरीली शराब की बिक्री ने पूरे क्षेत्र में कहर बरपाया था। इस जहरीली शराब की वजह से उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में 38 और उप्र के सहारनपुर जिले में 91 लोगों की मौत हो गई थी। सोमवार को ऋषिकेश एम्स में भर्ती दिलशाद उम्र 32 साल निवासी बसीकला थाना शाहपुर मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश ने दम तोड़ दिया। एम्स में तीन और लोगों की हालत चिंताजनक बनी हुई है। वहीं झबरेड़ा पुलिस ने केमिकल की सप्लाई करने वाले भगवानपुर थाना क्षेत्र के डाडली गांव निवासी अजरुन को रिमांड पर लिया था। पुलिस ने सोमवार को अजरुन की निशानदेही पर डाडली गांव के जंगल में एक गन्ने के खेत से 10 लीटर केमिकल बरामद किया है। सीओ मंगलौर डीएस रावत ने बताया कि अजरुन ने कुछ लोगों के नाम बताए हैं। अब उनकी गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को अजरुन को जेल में दाखिल करने के बाद पुलिस केमिकल से शराब तैयार करने वाले पुंडेन गांव निवासी सरदार हरदेवा और शराब की बिक्री करने वाले सोनू निवासी बाल्लुपुर को रिमांड पर लेने के लिए अदालत में अर्जी देगी।

विधानसभा समिति ने हरिद्वार में अफसरों से पूछा, अब तक क्या कदम उठाए

हरिद्वार जनपद में जहरीली शराब से हुई मौत के संबंध में जांच के लिए गठित विधानसभा समिति ने प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद सोमवार को हरिद्वार में अधिकारियों की बैठक ली। समिति ने पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग से यह जानकारी ली कि घटना से पहले अवैध और कच्ची शराब रोकने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जा रहे थे। साथ ही, घटना के बाद क्या-क्या कार्रवाई अमल में लाई गई, इस बारे में भी अधिकारियों से रिपोर्ट ली गई है। समिति अपनी जांच रिपोर्ट विधानसभा में पेश करेगी।

झबरेड़ा और भगवानपुर क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 39 लोगों की मौत हुई है। इस बारे में पुलिस, प्रशासन व शासन की ओर से अलग-अलग जांच टीमें गठित की गई हैं। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से भी सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति ने झबरेड़ा और भगवानपुर क्षेत्र में प्रभावित गांवों का दौरा किया। हरिद्वार पहुंचकर समिति ने सीसीआर सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। समिति ने जहरीली शराब पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, आबकारी विभाग से घटना से पहले सतर्कता के लिए और बाद में अमल में लाई गई कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूड़ी ने केमिकल सप्लायर, केमिकल विक्रेता व कच्ची शराब निर्माण का कार्य करने वाले स्थानीय ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज मुकदमों व जेल भेजने संबंधी कार्रवाई की विस्तृत लिखित रिपोर्ट समिति के समक्ष प्रस्तुत की। समिति ने सभी अधिकारियों से इस प्रकार की गतिविधियों को पूर्व में की गई कार्रवाई और घटना घटित होने के बाद की गई कार्रवाई और राहत कार्यो की रिपोर्ट जिलाधिकारी के माध्यम से समिति के सामने रखने के निर्देश दिए। समिति अध्यक्ष राजपुर विधायक खजानदास, घनसाली विधायक शक्तिलाल शाह, पुरोला विधायक राजकुमार, पौड़ी विधायक मुकेश कौली, ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घटना के पीड़ितों को इलाज पूर्ण होने तक सभी चिकित्सकीय व आर्थिक सहायता प्रशासन स्तर से मुहैया कराई जाए।

उन्होंने कहा कि इसके लिए सीएमओ राज्य चिकित्सालयों के अलावा एम्स ऋषिकेश से भी समन्वय स्थापित करें। बैठक में प्रभारी जिलाधिकारी विनीत तोमर, एसएसपी जन्मेजय खण्डूरी, एडीएम ललित नारायण मिश्र, सीएमओ डॉ. प्रेमलाल, एसडीएम भगवानपुर, संयुक्त आयुक्त आबकारी आदि मौजूद रहे।

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