अफगान हाउंड और राजा पल्लेयम ने जीता डॉग लवर्स का दिल, पढ़िए पूरी खबर
दून वैली कैनल क्लब की ओर से 61वां राष्ट्रीय डॉग शो हुआ जिसमें अफगान हाउंड और राजा पल्लेयम ने डॉग लवर्स का दिल जीत लिया।
देहरादून, जेएनएन। राजधानी देहरादून में दून वैली कैनल क्लब की ओर से 61वां राष्ट्रीय डॉग शो हुआ। शो में कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, उप्र समेत कई राज्यों के डॉग लवर्स राजा पल्लेयम, अफगान हाउंड, शित जू, स्प्रिंगर स्पैनियल, सेंट बर्नार्ड, सुमाएड, साइबेरियन हस्की, अमेरिकन बुली, बुल मास्टिव, पिकिज समेत 300 देशी-विदेशी नस्ल के डॉग्स के साथ पहुंचे।
रविवार को रेंजर्स कॉलेज मैदान में डॉग शो का उद्घाटन पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने किया। उन्होंने कहा कि डॉग से इंसान का पुराना नाता है। इंसान का सबसे वफादार जानवर डॉग को ही माना जाता है। इसके बाद डॉग शो हुआ। शो में डॉग्स ने तरह-तरह के करतब दिखा कर पशु प्रेमियों को अचरज में डाल दिया। फिर डीलडौल, एक्टिवनेस, इंटेलीजेंस आदि के आधार पर बेस्ट डॉग का चयन किया गया।
इसमें चंडीगढ़ के नितिन के बीगल, जालंधर के राजपाल धीर का लैब्राडोर, खन्ना के भूपिंदर का सुमिएड, चेन्नई के विजय प्रभाकरन के अफगान हाउंड और लुधियाना के जय मक्कड़ के राजा पल्लेयम, लखनऊ के सिद्धार्थ के ग्रेट डैन ने बाजी मारी। जजों की भूमिका में रूस से आए वजात्सलाव, वेर्बिटजकी, एवलिया रोमानेन्कोवा और भारत के जसविंदर सिंह पवार शामिल थे। इस दौरान वीके शर्मा, डॉ. अमरदीप सिंह, नवनीत चौधरी, जेएस ओबरॉय, विमल चौहान, मित्रानंद पंत, सुधीर शर्मा, अजय शिंघारी, अपर्णा चौधरी, मोहिनी चौहान, रवि चौधरी, संजय शर्मा आदि मौजूद रहे।
अफगान हाउंड बना पसंद
चेन्नई के विजय प्रभाकरन अफगान हाउंड को लेकर डॉग शो में पहुंचे। इस नस्ल का मूल अफगानिस्तान, ईरान, पाकिस्तान है। इसकी खूबी यह है कि इसके लंबे, चमकीले बाल हैं जो पूरे शरीर को ढक देते हैं। यह शिकारी प्रजाति का है यह सिर्फ काला, लाल और क्रीम रंग में पाया जाता है। शो में विदेशी नस्ल का अफगान हाउंड आकर्षण का केंद्र रहा। इसकी कीमत 10-12 लाख रुपये तक बताई जा रही है।
देसी नस्ल के राजा पल्लेयम ने जीता दिल
लुधियाना के जय मक्कड़ भारत की सबसे पुरानी नस्ल के डॉग राजा पल्लेयम को लेकर पहुंचे। इसको पॉलिगर हाउंड भी कहते हैं। यह शिकारी प्रजाति का है। पूर्व में यह जंगलों में शिकार के लिए काम में आता था। कहा जाता है कि इस नस्ल के डॉग्स ने मालिक को बचाने के लिए बाघ को मार गिराया था।
नौ इंच का चिहुआहुआ बना आकर्षण का केंद्र
डॉग शो में देशी-विदेशी नस्ल के कई डॉग पहुंचे थे, लेकिन सभी को नौ इंच के चिहुआहुआ नस्ल के डॉग ने खूब आकर्षित किया। ट्वाय कैटेगरी के इस डॉग को सबने बहुत पंसद किया। शो में दून की ट्विंकल अरोड़ा इसको लेकर पहुंची थी।
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इन नस्ल के भी पहुंचे डॉग
नस्ल-कीमत रुपये में
शित जु-2,00,000
लेब्राडोर- 10-12,00,000
बुल मास्टिव - 10,00,000
पिकिज- 50,000
साइबेरियन हस्की- 40,000
अमेरिकन बुली- 50,000
सुमएड- 5,00,000
बीगल- 30,000
चाउ चाउ- 70,000
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