मेरा सपना अब हुआ पूरा: महेश

By Edited By: Publish:Sat, 07 Jul 2012 01:47 AM (IST) Updated:Sat, 07 Jul 2012 01:48 AM (IST)
मेरा सपना अब हुआ पूरा: महेश

जागरण प्रतिनिधि, देहरादून: हर साल हजारों युवा बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए मायानगरी का रुख करते हैं। ऐसे ही युवाओं के संघर्ष और किस्मत की कहानी बयां करती है फिल्म 'सिटी ऑफ ड्रीम्स'। इस कहानी का बड़े पर्दे पर लेकर आ रहे हैं मुलाकोट (चंपावत) निवासी निर्देशक महेश सिंह।

मुलाकोट पहुंचे महेश सिंह ने 'दैनिक जागरण' से अपने संघर्ष के दिनों को साझा किया। उन्होंने बताया कि मैंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया है। इसलिए इस फिल्म को मुझसे बेहतर कोई समझ ही नहीं सकता। महेश बताते हैं कि फिल्म 'सिटी ऑफ ड्रीम्स' ऐसे युवाओं की कहानी है जो अपने सपने को पूरा करने के लिए सबकुछ दांव पर लगा देते हैं और आखिर में वे सिटी ऑफ ड्रीम्स पहुंचते हैं। फिल्म में 'माई फ्रेंड गणेशा' फेम किरन जिंजिलानी प्रमुख भूमिका में हैं। उन्होंने बताया कि लगभग पचास फीसद शूटिंग पूरी हो चुकी है। वह बताते हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों में लड़कों के लिए सेना एक प्रमुख कॅरियर है। जब उन्होंने इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने से इन्कार कर दिया तो घर वालों ने कहा कि लड़का बिगड़ गया है। पर, मैं तो बचपन से बॉलीवुड में कॅरियर बनाना चाहता था। महेश बताते हैं कि 1996 में मैंने इसी उम्मीद के साथ मुंबई का रुख किया। इसके बाद मैने कई साल मुंबई में रहकर जी, स्टार प्लस, सोनी में प्रसारित हो रहे कार्यक्रमों में बतौर एसोसिएट डायरेक्टर काम किया। कुछ पारिवारिक समस्याएं आने के कारण मुझे वापस लौटना पड़ा। परिवार वालों के कहने पर बिजनेस संभाला, लेकिन मन तो मुंबई में ही लगा था। इसलिए 2007 में दोबारा मुंबई का रुख किया। इसके बाद मैने बालाजी टेलीफिल्मस के 'कस्तूरी' सीरियल में बतौर निर्देशक काम किया। यहां से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला। वह कहते हैं कि छोटे शहरों से निकलकर बॉलीवुड में किस्मत आजमाने वाले युवाओं पर फिल्म बनाना उनका सपना था, जो अब पूरा होने जा रहा है।

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