डिग्री पाकर खिले डीआइटी विवि के छात्र-छात्राओं के चेहरे Dehradun News

डीआइटी यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षा समारोह में 1528 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई। समारोह में मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने छात्रों को डिग्री प्रदान की।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 22 Dec 2019 01:06 PM (IST) Updated:Sun, 22 Dec 2019 01:06 PM (IST)
डिग्री पाकर खिले डीआइटी विवि के छात्र-छात्राओं के चेहरे Dehradun News
डिग्री पाकर खिले डीआइटी विवि के छात्र-छात्राओं के चेहरे Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। देहरादून इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (डीआइटी) यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षा समारोह में 1528 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई। डीआइटी परिसर में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने छात्रों को डिग्री प्रदान की। छात्र-छात्राओं के चेहरे डिग्री पाकर खुशी से खिल उठे।

दीक्षा समारोह में 16 मेधावियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया। पीएचडी के 13, यूजी के 1342, पीजी के 147 और डिप्लोमा कोर्स के 26 छात्र-छात्रओं को डिग्री दी गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा सचिव आनंदबर्धन समेत विवि के पदाधिकारियों और प्रबंधन ने छात्र-छात्राओं को दीक्षा हासिल करने पर बधाई दी। 

सीएम ने कहा कि डीआइटी विवि की देश में पहचान है। लगभग सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से शिक्षा लेने के लिए छात्र उत्तराखंड आते हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि यहां पढ़ने वाले बच्चों को अच्छा वातावरण मिले। इसी उद्देश्य से देहरादून में ‘भारत भारती’ कार्यक्रम किया गया। उन्होंने छात्रों से कहा कि सीएम का दफ्तर और घर आपका भी है। कोई भी समस्या हो, आप बेझि‍झक वहां आकर मुझे बताएं।

इससे पहले मंचासीन अतिथियों और विवि के पदाधिकारियों ने विवि की वार्षिक पत्रिका का विमोचन किया। कार्यक्रम का संचालन कर्नल एससी चमोली ने किया। इस अवसर पर विवि के अध्यक्ष अनुज अग्रवाल, आइएमएस विवि के अध्यक्ष अमित अग्रवाल, डीआइटी के कुलाधिपति एन. रविशंकर, कुलपति एके रैना, उप कुलपति डॉ. एम श्रीनिवास, कुलसचिव डॉ. देवादेश शर्मा समेत शिक्षक, अभिभावक और छात्र मौजूद रहे। 

इन्हें मिला गोल्ड मेडल

बीटेक के छात्र आनंद कोठारी को अपनी ब्रांच और विश्वविद्यालय में टॉप करने पर दो गोल्ड मेडल मिले। इसके अलावा आदर्श मखोलिया, किरन नेगी, रिषभ लखेड़ा, खुशबू गुप्ता, अर्पित गुप्ता, भानुजा डोरा, कुमार टी प्रत्यूष, अभिनव जैन, अदिति, शिवानी गुप्ता, आदर्श मखोलिया, इशिता पंवार, अभिषेक अग्रवाल और दीपक गुप्ता को गोल्ड मिला।

नौकरी की मानसिकता छोड़ स्वरोजगार अपनाएं: सीएम

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पढ़ाई का मतलब नौकरी हासिल करना नहीं होता। युवाओं को नौकरी की मानसिकता छोड़ स्वरोजगार को अपनाना होगा। सीएम ने बताया कि उत्तर के सात राज्यों ने मिलकर नशे पर काबू पाने के लिए पंचकूला में सचिवालय भी बनाया है। गुणवत्तापरक शिक्षा के साथ ही विदेशी भाषाओं की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि सिंगापुर के एनआइटी की तर्ज पर पौड़ी में स्किल डेवलपमेंट सेंटर विकसित किया जा रहा है। बताया कि दून में पॉलीथिन के इस्तेमाल में 75 प्रतिशत की कमी आई है। 

उत्तराखंड में हल लगाने वाला भी डिग्री धारी: धन सिंह

राज्य में उच्च शिक्षा की तस्वीर दिखाने के उत्साह में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने गले न उतरने वाला बयान दे डाला। वह बोल गए कि उत्तराखंड में खेत में हल लगाने वाला भी पोस्ट गेजुएट है।उनका यह बयान प्रदेश में शिक्षा की स्थिति को बयां करने के लिए था या प्रदेश के बेरोजगार युवाओं पर तंज, कहा नहीं जा सकता। लेकिन, मंत्री जी का यह बयान चर्चा का विषय जरूर बन गया है। दीक्षा समारोह में भविष्य के लिए प्रेरणा लेने पहुंचे छात्र भी यह बात सुनकर अचंभे में पड़ गए।

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हालांकि, बाद में अपनी बात को संभालते हुए उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में इतने अधिक युवाओं को उच्च शिक्षा मिल रही है कि आज खेत में हल लगाने वाले के पास भी पीजी की डिग्री है। उन्होंने 2021 तक प्रदेश में 100 फीसद साक्षरता लाने की बात भी कही। कहा कि इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। बताया कि सरकार प्रदेश में उत्कृष्ट काम करने वाले पांच विवि के शिक्षकों को डॉ. भक्तदर्शन पुरस्कार से सम्मानित करेगी।

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