एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा स्वाला का अस्पताल

संवाद सहयोगी चम्पावत जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर स्थित स्वाला का सरकारी अस्पताल लंबे समय

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Jun 2019 10:13 PM (IST) Updated:Tue, 25 Jun 2019 06:30 AM (IST)
एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा स्वाला का अस्पताल
एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा स्वाला का अस्पताल

संवाद सहयोगी, चम्पावत : जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर स्थित स्वाला का सरकारी अस्पताल लंबे समय से एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है। लेकिन कभी कभार उसके भी ड्यूटी पर न आने से मरीजों को बैरंग लौटना पड़ता है। अस्पताल में डॉक्टर व फार्मासिस्ट दोनों के न होने से दूर दराज से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

स्वाला अस्पताल में तीन लोगों का स्टॉफ है। जिसमें एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट व एक वार्ड ब्वाय शामिल है। लेकिन लंबे समय से डॉक्टर न होने के कारण अस्पताल फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कई बार वह भी अस्पताल नहीं आता। ऐसे में अस्पताल में वार्ड ब्याय के अलावा कोई नहीं मिलता और मरीज इंतजार कर बैरंग लौट जाते हैं। ग्राम प्रधान ईश्वरीदत्त सहित ग्रामीणों का कहना है हमने आज तक यहा किसी डाक्टर को आते जाते नहीं देखा, बस सुना है कि यहा एक डाक्टर भी तैनात हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि यहा शीघ्र नए डाक्टर की व्यवस्था की जाए ताकि गरीब लोगों को सही उपचार मिल सके। ग्रामीण प्रकाश भट्ट, ललीत भट्ट, जगदीश भट्ट, हेम चंद्र भट्ट, भुवन भट्ट आदि का कहना है अगर एक सप्ताह के भीतर स्वाला अस्पताल में दूसरे डॉक्टर की नियुक्ति नहीं कि तो वे जिला मुख्यालय पहुंचकर उग्र आदोलन करेंगे।

----------

सर्दी जुकाम के लिए भी लगानी पड़ती है मुख्यालय का दौड़

ग्रामीणों का कहना है कि मरीजों को सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों के लिए भी जिला मुख्यालय की दौड़ लगानी पड़ती है। जिसमें गरीब व कमजोर वर्ग के लोंगों का अतिरिक्त पैसा खर्च होता है।

============

प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल पाता मरीज को

क्षेत्र के किसी व्यक्ति यदि किसी दुर्घटना में घायल हो जाता है तो स्वाला अस्पताल में डॉक्टर के न होने से उसे प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल पाता है। ऐसे में मरीज को जिला मुख्यालय ले जाने में एक से दो घंटे का समय लग जाता है। जिससे घायल की जान पर को भी खतरा रहता है।

chat bot
आपका साथी