चम्पावत के बर्दाखान बाजार और गांवों में गहराया खाद्यान्न संकट

लोहाघाट क्षेत्र में सड़कों के बंद होने से बाराकोट ब्लाक के बर्दाखान बाजार सहित विभिन्न गांवों में खाद्यान्न संकट गहरा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:20 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:20 PM (IST)
चम्पावत के बर्दाखान बाजार और गांवों में गहराया खाद्यान्न संकट
चम्पावत के बर्दाखान बाजार और गांवों में गहराया खाद्यान्न संकट

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : सड़कों के बंद होने से बाराकोट ब्लाक के बर्दाखान बाजार सहित विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान्न का संकट गहराने लगा है। गर्भवती महिलाओं को समय से पहले लोहाघाट और चम्पावत लाया जा रहा है, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। ग्रामीण भवान राम ने बताया कि सड़क बंद होने से क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को लोग समय से पहले लोहाघाट और चम्पावत पहुंचा रहे हैं। बर्दाखान बाजार की दुकानों में खाद्य सामग्री भी खत्म होने लगी है। बिजली और मोबाइल नेटवर्क न होने से देश दुनिया से संपर्क कट गया है। बैबडी गांव निवासी गिरीश पंत, बर्दाखान के हरिनंदन पंत, बैडा गांव के प्रकाश जोशी, बहादुर राम, भुवन चंद्र के घर के आंगन की दीवार क्षतिग्रस्त होने से मकानों को खतरा बना हुआ है। रीडर कनेक्ट

आपदा के चलते क्षेत्र के ग्रामीणों को देश दुनिया से संपर्क कट गया है। मार्ग बंद होने से दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है।

-भवान कालाकोटी, ग्रामीण

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दुकानों में खाद्य सामग्री खत्म होने की कगार पर है। शीघ्र सड़क नहीं खुली तो परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

-अमरनाथ पंत, व्यापारी

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सड़क बंद होने से आवाजाही रुक गई है। लोगों को कई किमी पैदल चलकर काकड़, बाराकोट जाना पड़ रहा है। जिससे दिक्कतें हो रही है।

-शंकर दत्त जोशी, ग्रामीण

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सड़क, पानी, बिजली न होने से घरों को चलाना मुश्किल हो गया है। बीते दिनों हुई बारिश ने क्षेत्र में कहर बरपा दिया है। खेत खहिलान सब चौपट हो गए है।

-ममता कालाकोटी, ग्रामीण

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वर्जन :

बाराकोट ब्लाक के नर्रा के समीप सड़क टूटने से मार्ग बंद हो गया था। पोकलैंड मशीन लगा दी गई है। शीघ्र वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी।

-राजेंद्र गिरि, अभियंता लोनिवि लोहाघाट

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मौका मुआयना कर मुआवजा देने की मांग

लोहाघाट : लधियाघाटी क्षेत्र के बिनवाल गांव के ग्राम प्रधान खीमानंद बिनवाल ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र में आपदा के दौरान हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना था कि बीते 18 अक्टूबर को से हुई बारिश ने क्षेत्र के काश्तकारों की फसलें एवं बागवानी चौपट हो गई है। कई मकान खतरे की जद में आ गए है। क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़क रीठा मिनार, चौड़ा पिता परेवा, रीठा-बिनवाल गांव बंद हो गई है। क्षेत्र के लिए बनी पांच पेयजल योजना ध्वस्त होने से पेयजल संकट गहरा गया है। बिनवाल गांव को जोड़ने वाले सात पैदल मार्ग, तीन सिंचाई गूल, राइका बिनवाल गांव की प्रयोगशाला भवन एवं कक्षा कक्ष भूस्खलन की चपेट में आ गए है। तीन पैदल पुल भी ध्वस्त हो गए है। एसडीएम रिकू सिंह ने शीघ्र मौके का मुआयना कर समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। इधर, बारिश से ग्राम पंचायत मछियाड़ के पनीराम की उपजाऊ भूमि में भूस्खलन होने से ध्वस्त हो गई है।

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