चम्पावत में स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन की कवायद

प्रशासन ने भारत सरकार की स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन की कवायद शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Jun 2021 10:00 PM (IST) Updated:Tue, 29 Jun 2021 10:00 PM (IST)
चम्पावत में स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन की कवायद
चम्पावत में स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन की कवायद

संवाद सहयोगी, चम्पावत : प्रशासन ने भारत सरकार की स्वामित्व योजना के क्रियान्वयन की कवायद शुरू कर दी है। मंगलवार को जिलाधिकारी ने जिला सभागार में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए समय पर आबादी सर्वेक्षण एवं अभिलेख संक्रिया का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। योजना के तहत आबादी में दर्ज गांव में निवासरत लोगों को भू स्वामित्व का लाभ मिलेगा। ग्रामीणों को उनकी जमीन के दस्तावेज मिल सकेंगे। अभी तक पौड़ी, हरिद्वार व यूएस नगर जनपद में ही लोगों को इसका लाभ मिला है।

डीएम विनीत तोमर ने समय-सारणी के अनुसार सहायक अभिलेख अधिकारियों के स्तर पर सर्वेक्षण संबंधी ग्रामों के राजस्व अभिलेखों की तहसील स्तर पर शीघ्र अपडेटिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम पंचायतों की बैठकों हेतु नोटिस निर्गत करने, ग्राम सभाओं की बैठकों का आयोजन कर योजना के संबंध में ग्रामीणों को प्रशिक्षित करने, ग्रामीण आबादी के अन्तर्गत आने वाली संपत्तियों का चूना डालकर चिन्हीकरण करने के निर्देश दिए। कहा कि ड्रोन से सर्वेक्षण किए जाने की तिथि की सूचना ग्राम वासियों को पहले ही दे दी जानी चाहिए। उन्होंने सहायक अभिलेख अधिकारियों तथा उपजिला अधिकारियों को सर्वेक्षण वाले राजस्व ग्रामों के सर्वेक्षण के लिए सर्वेक्षण टीमों का गठन करने के निर्देश दिए। बैठक में डीएम ने जिले में संचालित वात्सल्य योजना की भी समीक्षा की। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि कोविड के दौरान अनाथ हो चुके बच्चों को चिन्हित करने का काम जारी है। जिलाधिकारी ने सभी अनाथ बच्चों को योजना से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम टीएस मर्तोलिया, चम्पावत के एसडीएम अनिल गब्र्याल, टनकपुर के हिमाशु कफल्टिया, जिला पंचायत राज अधिकारी सुरेश बैनी, जिला समाज कल्याण अधिकारी आरएस सामंत, टनकपुर के तहसीलदार डा. एलएम तिवारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गोपाल दत्त पांडेय, चम्पावत की नायब तहसीलदार चम्पावत ज्योति धपवाल, लोहाघाट के विजय गोस्वामी, पाटी के सचिन कुमार, टनकपुर की पिंकी आर्या, सहायक भूलेख अधिकारी राम प्रसाद आर्या, आरके प्रदीप जुकरिया आदि मौजूद रहे।

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