जंगलों में आग लगाने वालों पर हो कार्रवाई

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने अधिकारियों से कहा कि फायर सीजन मे

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Jan 2019 05:01 PM (IST) Updated:Tue, 01 Jan 2019 05:01 PM (IST)
जंगलों में आग लगाने  वालों पर हो कार्रवाई
जंगलों में आग लगाने वालों पर हो कार्रवाई

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने अधिकारियों से कहा कि फायर सीजन में जंगलों को आग से बचाने तथा वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रभावी रणनीति तैयार कर शीघ्र उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि वन हमारी अमूल्य संपदा है। जिसकी रक्षा करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने जंगल तथा जंगल के आसपास बसे गांवों के चारों ओर मनरेगा से क‌र्न्वजंस कर फायर कंट्रोल लाइन का कार्य कराने तथा आग लगाने वालों के खिलाफ भी सख्ती से निपटने के निर्देश प्रभागीय वनाधिकारियों को दिए। कहा कि विगत आंकड़ों के आधार पर चिन्हित अति संवेदनशील क्षेत्रों पर पैनी नजर रखी जाए। उन्होंने वनों में सभी पैदल मार्ग, सड़कों के किनारे से पिरूल घास, सूखी पतियां आदि ज्वलनशील ईधन की नियमित रूप से सफाई करने के निर्देश दिए। फील्ड स्टाफ को साफ-सफाई कार्यो की फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराने तथा जहां सफाई करना संभव न हो ऐसे क्षेत्रों की सूची उपलब्ध कराने को कहा। सभी एसडीएम को ग्राम प्रधानों, वन पंचायत सरंपच, पटवारी वन विभाग के उप खंड अधिकारियों के साथ एक माह के भीतर बैठक करते हुए अपने क्षेत्रों में अलर्ट रखने के निर्देश दिए।

प्रभागीय वनाधिकारी एनएन पांडेय ने बताया कि राजस्व एवं सिविल वनों की सुरक्षा के लिए पंचायत स्तर ग्राम प्रधान तथा प्रबंधित वनों की सुरक्षा के लिए वन पंचायत सरपंच की अध्यक्षता में प्रत्येक गांव में सुरक्षा समिति गठित की गई है। बताया कि विगत वनाग्नि घटनाओं के आधार पर जिले में 77479.28 हेक्टेयर वन क्षेत्र अति संवेदनशील तथा 78539.87 हेक्टेयर वन क्षेत्र संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है।

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