शिक्षण संस्थाओं ने दी शानदार प्रस्तुतियां

संवाद सूत्र कर्णप्रयाग मकर-संक्रांति को आदिबदरी मंदिर कपाट खुलने के अवसर पर शुरू हुए सात

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 10:08 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 06:16 AM (IST)
शिक्षण संस्थाओं ने दी शानदार प्रस्तुतियां
शिक्षण संस्थाओं ने दी शानदार प्रस्तुतियां

संवाद सूत्र, कर्णप्रयाग: मकर-संक्रांति को आदिबदरी मंदिर कपाट खुलने के अवसर पर शुरू हुए सात दिवसीय महाभिषेक समारोह महायज्ञ भंडारे व सांस्कृतिक विकास मेला विभिन्न महिला मंगल दलों व शिक्षण संस्थाओं की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ संपन्न हो गया। समापन अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सम्मान पत्र व शील्ड देकर सम्मानित किया गया। वहीं मंदिर परिसर से वसुधारा जलप्रपात तक महिलाओं ने भव्य कलश यात्रा निकाली।

महाभिषेक समारोह के समापन पर मुख्य अतिथि पेयजल अनुश्रवण समिति उपाध्यक्ष राज्यमंत्री रिपुदमन सिंह रावत ने कहा कि पहाड़ में सांस्कृतिक मेलों का विशेष महत्व है और आदि बदरीधाम में आयोजित सांस्कृतिक आयोजन से क्षेत्र को नई पहचान मिली है। समापन अवसर पर मंगलवार सुबह से मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही और मंदिर के पुजारी चक्रधर थपलियाल ने विशेष पूजा-अर्चना की और मंदिर से ब्यास को गाजे-बाजे के साथ भजन-कीर्तन कर वसुधारा तक भागवत पुराणा के साथ स्नान के लिए लाया गया। अंतिम दिवस की कथा में कथावाचक आचार्य सुनील खंडूड़ी ने सुदामा व कृष्ण की मित्रता का विस्तार से वर्णन किया। इस मौके पर मंदिर परिसर में आयोजित महायज्ञ में राकेश तिवारी व जगदंबा खंडूड़ी के मार्गदर्शन में अनुष्ठान में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आहूतियां दी। वहीं मुख्य अतिथि ने मेले में आयोजित रस्साकस्सी, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने वाले सांस्कृतिक क्लबों, शिक्षण संस्था के प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर मंदिर समिति अध्यक्ष बृजेश नवानी, गैंणा सिंह रावत, नरेश बरमोला, नवीन बहुगुणा, विजय चमोला, नंदा नेगी, बृजेश कुंवर, राजेन्द्र रावत, विक्रम मिंगवाल, नवीन बहुगुणा, अशोक शाह, मदन मोहन बहुगुणा, भुवन बरमोला, जगदीश खंडूड़ी आदि मौजूद थे।

-फोटो-21केपीआरपी-3 मंदिर परिसर में महाभिषेक समारोह के समापन पर विशेष पूजन करते पंडित। जागरण

-फोटो-21केपीआरपी-4 मेले के समापन पर प्रतिभागियों को पुरस्कृत करते रिपुदमन सिंह। जागरण

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