आदमखोर मारे जाने पर लोगों को राहत

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : आतंक का पर्याय बना गुलदार बुधवार की शाम मारा गया, लेकिन अभी उ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 11:10 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 11:10 PM (IST)
आदमखोर मारे जाने पर लोगों को राहत
आदमखोर मारे जाने पर लोगों को राहत

जागरण संवाददाता, बागेश्वर : आतंक का पर्याय बना गुलदार बुधवार की शाम मारा गया, लेकिन अभी उसके आदमखोर होने से पर्दा नहीं उठ सका है। नगर क्षेत्र में लोगों के अनुसार चार गुलदार दिख रहे हैं। हालांकि द्यांगण और नदीगांव में मारे गए गुलदार के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है।

नदीगांव में दो माह पूर्व सात साल की मासूम च्योति को घर के आंगन से गुलदार उठा ले गया। गांव के लोगों ने तब जमकर हंगामा किया और नदीगांव का गुलदार अड़ोली गधेरे में शिकारी लखपत ¨सह ने ढेर किया। उसके बाद छह नवंबर को द्यांगण गांव में गुलदार ने सात साल के मासूम करन ¨सह को निवाला बना लिया। ग्रामीणों ने चक्काजाम किया और गुलदार को मारने की मांग की। बुधवार की देर शाम गुलदार द्यांगण और नदीगांव के बीच में जॉय हुकील ने ढेर कर दिया। ग्रामीण दर्शन कठायत ने कहा कि गुलदार तो मारा गया लेकिन वह आदमखोर था या नहीं इससे अभी पर्दा नहीं उठ सका है। उन्होंने कहा कि पूरे शहर में चार गुलदार दिखाई दे रहे हैं। नदीगांव, द्यांगण, मंडलेसरा, चंडिका, कठायतबाड़ा में भी लोग गुलदार के आतंक से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग को मारे गए गुलदार के आदमखोर होने की पुष्टि करनी होगी।

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ग्रामीणों की लगी भीड़

गुलदार पर गोली चलने के बाद द्यांगण और नदीगांव के ग्रामीण उमड़ पड़े। वन विभाग उनका गुस्सा भांप गया और उसे तत्काल गाड़ी में रखकर वहां से रवाना हो गया।

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घात लगाकर बैठा था तेंदुआ

शिकारी जॉय हुकील ने कहा कि मारा गया गुलदार घात लगाकर बस्ती में बैठा था। उस पर सर्च टीम की नजर पड़ गई और उसे ढेर कर दिया गया।

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