बागेश्वर में धूमधाम से मना दीपोत्सव

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: प्रकाश पर्व दिवाली का त्योहार जिले में धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Nov 2018 11:06 PM (IST) Updated:Thu, 08 Nov 2018 11:06 PM (IST)
बागेश्वर में धूमधाम से मना दीपोत्सव
बागेश्वर में धूमधाम से मना दीपोत्सव

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: प्रकाश पर्व दिवाली का त्योहार जिले में धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने दीयों की रोशानी से घरों को रोशन किया। शाम से देर रात तक घरों में महालक्ष्मी की पूजा अर्चना की। मां लक्ष्मी से सुख और समृद्धि का वरदान मांगा। बच्चों और युवाओं ने जमकर आतिशबाजी की। दीपावली का पर्व मां लक्ष्मी के प्राकट्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन भगवान राम लंका विजय कर अयोध्या वापस लौटे थे। उनके आगमन पर नगरवासियों ने पूरे नगर को दीयों से रोशन कर दिया था। तब से यह परंपरा चली आ रही है। महालक्ष्मी पूजा के दिन लोगों ने अपने घरों के भीतर व बाहर दीयों की रोशनी की। रंग-बिरंगी बिजली की मालाओं से घरों को रोशन किया। पूरा नगर रोशनी से जगमग रहा। शाम से रात तक घरों में लोगों ने भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा की। मां को खिले, मिष्ठान और पकवानों का भोग लगाया। उनकी आराधना कर सुख व समृद्धि का वरदान मांगा। इससे पूर्व दिन में नगर में खरीदारी को चहल-पहल रही। लोगों ने पटाखे और अन्य आतिशबाजी की जमकर खरीदारी की। बच्चों और युवाओं ने तरह-तरह की आतिशबाजी जलाई। शाम से देर रात तक रंगा बिरंगी आतिशबाजी की रोशनी से पूरा नगर सराबोर रहा। पंडित हेम चंद्र लोहनी ने बताया कि दीपावली पर शुभ मुहूर्त में महालक्ष्मी की विधिविधान से पूजा करने पर मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ------- नियमों की उड़ी धच्जियां आतिशबाजी के लिए अदालत ने शाम आठ से दस बजे का समय नियत किया था, लेकिन शाम छह बजे से ही आतिशबाजी शुरू हो गई और देर रात तक पटाखों की गूंज से बीमार, बच्चे और बुजुर्ग परेशान रहे। पटाखों के धुएं से पर्यावरण को भी खतरा पैदा हो गया है। ......... अदालत के नियमों के लिए सभी को जागरूक किया गया है। अधिकतर फोर्स केदारनाथ की ड्यूटी पर गई है। लोगों को प्रकृति के बारे में स्वयं सोचना होगा। -मुकेश कुमार, एसपी, बागेश्वर

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