सल्ट के क्रांतिवीरों को आज करेंगे नमन
चौखुटिया में 1942 के अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन में सल्ट के लोगों का योगदान सराहनीय रहा।
उमराव सिंह नेगी, चौखुटिया: 1942 के अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन में पाली पछाऊं के सल्ट क्षेत्र के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। यहां के चार देशभक्त वीरों ने अपनी कुर्बानी दी। कई अन्य ने ब्रिटिश शासकों के जुल्मों को सहा।
अंग्रेजों के खिलाफ क्षेत्र में बढ़ती बगावत को देख पांच सितंबर 1942 को इलाका हाकिम जौनसन पुलिस बल के साथ यहां आ धमके। इसकी खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। जनता अंग्रेजों के खिलाफ लामबंद हो गई। इधर खुमाड़ में जनसभा हो रही थी।इसी बीच इलाका हाकिम ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ भाषण दे रहे लोगों पर गोली चलाने के आदेश दे दिए। इसमें खुमाड़ गांव के दो सगे भाई गंगा राम व खीम देव मौके पर ही शहीद हो गए। गोली लगने से घायल हुए बहादुर सिंह व चूणामणी की दो दिन बाद मौत हो गई। आज दी जाएगी शहीदों को श्रद्धांजलि
खुमाड़ में बने शहीद स्मारक स्थल पर प्रतिवर्ष पांच सितंबर को शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है। इस वर्ष करोना संक्रमण के चलते स्थल पर कोई बड़ा समारोह तो नहीं होगा, लेकिन प्रतिनिधियों व लोगों द्वारा शहीदों को नमन किया जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, विधायक सुरेंद्र जीना व पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत आदि पहुंचेंगे।