कष्ट हरने का मां विभिन्न रूपों में लेती हैं अवतार

संवाद सूत्र, ताड़ीखेत : विकासखंड के मलौटा गांव स्थित भूमिया मंदिर में चल रहे श्रीमद् देवी भाग स

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jun 2018 11:11 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jun 2018 11:11 PM (IST)
कष्ट हरने का मां विभिन्न रूपों में लेती हैं अवतार
कष्ट हरने का मां विभिन्न रूपों में लेती हैं अवतार

संवाद सूत्र, ताड़ीखेत : विकासखंड के मलौटा गांव स्थित भूमिया मंदिर में चल रहे श्रीमद् देवी भाग से माहौल भक्तिमय बना हुआ है। भजन कीर्तनों व घंटे घड़ियालों की गूंज से समूचा क्षेत्र देवीमय हो गया है। कथा व्यास भाष्करानंद तिवाड़ी ने कलियुग की शुरूआत एवं राजा परिक्षित पर कलि के प्रभाव का बखूबी बखान किया। इससे पूर्व धर्माचायरें की देखरेख में विविध धार्मिक अनुष्ठान हुए।

मंदिर के पुजारी रमेश सिंह रौतेला की देखरेख में चल रहे देवी भागवत कथा सुनने आसपास के गांवों के श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। कथावाचन करते हुए व्यास तिवाड़ी ने मां की भक्ति को मुक्ति का मार्ग पाने का सर्वोच्च माध्यम बताया। कहा मां अपने भक्तों के कष्टों को दूर करने के लिए विभिन्न रूपों में अवतार लेती हैं। इससे पूर्व पंडितों ने यजमान भगवत रौतेला कमला रौतेला, दिनेश रौतेला किरन रौतेला से नित्य पूजा अर्चना के साथ विविध धार्मिक अनुष्ठान पूरे करवाए। स्थानीय भजन गायक पृथ्वीपाल सिंह रौतेला के भजनों पर महिलाएं अपने का थिरकने से नहीं रोक पाई। देर रात तक भजन कीर्तनों का दौर भी चल रहा है। महिपाल सिंह, आशीष तिवाड़ी, पंचम रौतेला, कुबेर सिंह, जगदीश सिंह, पान सिंह, जीवन सिंह व लक्ष्मण सिंह आदि कारसेवा में जुटे रहे। पारायण 19 जून को होगा।

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