ताजा फरमान से नियुक्तियों में शंका

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : प्राथमिक विद्यालयों में लंबे समय से रिक्त पड़े पदों के सापेक्ष इस दफा महीन

By Edited By: Publish:Thu, 30 Oct 2014 11:13 PM (IST) Updated:Thu, 30 Oct 2014 11:13 PM (IST)
ताजा फरमान से नियुक्तियों में शंका

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : प्राथमिक विद्यालयों में लंबे समय से रिक्त पड़े पदों के सापेक्ष इस दफा महीनों प्रक्रिया के बाद सहायक अध्यापकों की नियुक्तियां हुई। मगर यह नियुक्तियां शंका के दायरे में आ गई हैं। चर्चा में है कि नियुक्त अभ्यर्थियों का फिर जांच हो रही है। इसके लिए एससीईआरटी ने जिलों से नियुक्ति शिक्षकों के आवेदन वापस मंगा लिये हैं।

प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में लंबे समय से रिक्त पड़े सहायक शिक्षकों के पदों पर इस दफा बीएड, टीईटी प्रथम अभ्यर्थियों की नियुक्ति कर दी गई। महीनों की चयन प्रक्रिया के बाद गत सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में राज्य शैक्षिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान परिषद नरेंद्रनगर ने शिक्षकों का चयन कर प्रत्येक जिलों को आवंटित कर दिया। इसके उपरांत इसी माह के प्रथम पखवाड़े में चयनित शिक्षकों के दस्तावेजों का शर्तो के अनुसार सत्यापन किया गया और हर ब्लॉक के दुर्गम विद्यालयों में नये शिक्षकों की तैनाती कर दी। कहीं-कहीं अभी तैनाती का क्रम जारी है। तैनात किए गए शिक्षकों में से अधिकांश ने ज्वाइन भी कर लिया। इसी बीच एससीईआरटी के अपर निदेशक ने जिलों को एक फरमान भेजा है कि शीघ्र तैनात किए गए शिक्षकों के मूल आवेदन परिषद में उपलब्ध कराएं, हालांकि फरमान में इसकी वजह स्पष्ट नहीं है, मगर सूत्रों के मुताबिक इन नियुक्तियों की अंदर ही अंदर जांच हो रही है। इसमें सेवा शर्तो के पूर्णता के बगैर नियुक्ति होने, शैक्षिक अर्हता या मेरिट के आधार पर तैनाती में गड़बड़ी की आशंका उभरी है। सवाल उठा है कि जब महीनों पूरी चयन प्रक्रिया व सत्यापन के बाद तैनाती हुई, तो फिर शंका व जांच कैसी। इससे नियुक्त अभ्यर्थी भी असंमजस की स्थिति में हैं। इससे जिला शिक्षा कार्यालय (प्रारंभिक शिक्षा) की भी फजीहत हुई। एक बार प्रत्येक अभ्यर्थी का सत्यापन कर तैनाती हुई। फिर जिस ब्लॉक में जितने शिक्षक तैनात हुए, उनके प्रपत्र व आवेदन उसी ब्लॉक को भेज दिए गए। अब उक्त फरमान के बाद ब्लाकों से ये आवेदन वापस मंगाए जा रहे हैं, जिन्हें परिषद के पास भेजा जाना है।

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