मतदाता सूची में बांग्लादेशी प्रवासी का नाम किसी भी हाल में न हो दर्ज, जिलाधिकारी ने सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा

जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा की। बीएलओ को निर्देशित किया कि किसी भी हाल में बांग्लादेशी प्रवासी घुमंतू प्रजाति के लोग यानी अस्थायी निवास करने वाले व भिक्षुक को वोटर न बनाया जाए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 02 Nov 2021 08:34 PM (IST) Updated:Tue, 02 Nov 2021 08:34 PM (IST)
मतदाता सूची में बांग्लादेशी प्रवासी का नाम किसी भी हाल में न हो दर्ज, जिलाधिकारी ने सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा
जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा की।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा की। बीएलओ को निर्देशित किया कि किसी भी हाल में बांग्लादेशी प्रवासी, घुमंतू प्रजाति के लोग यानी अस्थायी निवास करने वाले व भिक्षुक को वोटर न बनाया जाए। गंभीरता से ताकीद कर ली जाए। कई बार जांच के दौरान वोटर लिस्ट में बांग्लादेशी प्रवासियों के नाम आने के प्रकरण आ चुके हैं।

जिला निर्वाचन अधिकारी कैंप कार्यालय में निर्वाचक नामावलियों की समीक्षा कर रहे थे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अभी तक 3127 में से 234 बीएलओ ने लागिंग नहीं किया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया। कहा कि तत्काल लागिंग कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। नजरी नक्शे का बीएलओ द्वारा जांच कराने का निर्देश दिया। कहा कि यह परीक्षण करा लिया जाए कि सटीक बना है या नहीं। इस पर सुपरवाइजर का हस्ताक्षर भी होना चाहिए। सुपरवाइजरों को निर्देशित किया कि नजऱी नक्शा, गूगल मैप व्यू, पोलिंग स्टेशन बिल्डिंग फ्रंट व्यू, पोलिंग स्टेशन फ्रंट, कैड तथा की-मैप व्यू आदि चेक कर लें। साथ ही ईआरओ नेट पर अपडेट कर लिया जाए।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने 18 से 19 साल के आयु वर्ग के मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में जोडऩे का कार्य सात नवंबर तक पूरा कराने का निर्देश दिया। कहा कि जेंडर रेशियो, ईपी रेशियो संबंधी कार्य डोर टू डोर सर्वे कराकर पूरा कराएं। पेंशन प्राप्त करने वाले सभी दिव्यांगजनों को वोटर लिस्ट में नाम जोडऩे का कार्य आठ नवम्बर तक पूरा कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो। डोर टू डोर वास्तविक आंकड़े जुटाएं जाएं। इसके बाद ही निर्वाचक नामावली को ठीक किया जाए।

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