एक माह की बच्ची के पेट से निकाला अविकसित भ्रूण, पांच लाख में एक मामला

वाराणसी स्थित बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल स्थित बाल शल्य वार्ड में चिकित्सकों की टीम ने एक माह की बच्ची के पेट से अविकसित फीटस को निकाला।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Jan 2019 11:21 AM (IST) Updated:Wed, 02 Jan 2019 11:21 AM (IST)
एक माह की बच्ची के पेट से निकाला अविकसित भ्रूण, पांच लाख में एक मामला
एक माह की बच्ची के पेट से निकाला अविकसित भ्रूण, पांच लाख में एक मामला

वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल स्थित बाल शल्य वार्ड में चिकित्सकों की टीम ने आपरेशन कर एक माह की बच्ची के पेट से आधा किलो का अविकसित भू्रण निकाला। सफल आपरेशन के बाद बच्ची को वार्ड में भर्ती कराया गया है। वहीं भ्रूण को जांच के लिए लैब में भेजा गया है। चिकित्सकों के अनुसार इस समस्या को फिटस इन फिटू कहा जाता है। इस तरह के मामले पांच लाख में से एक आते हैं। 2015 तक विश्व में 95 ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं। डेढ़ घंटे चला आपरेशन : मीरजापुर जिले के भकरौध शेरवां निवासी पूजा पत्नी सुमित कुमार की लगभग एक माह पहले बच्ची पैदा हुई। कुछ दिन तो उसकी स्थिति ठीक रही, लेकिन बाद में बच्ची की तबीयत खराब होने लगी। उसका पेट फूलने लगा, जुकाम, पेट में दर्द व कड़ापन भी होने लगा। इसके बाद बच्ची को सोमवार को बीएचयू के एसएस अस्पताल लाया गया। यहां पर प्रो. एसपी शर्मा, डा. सरिता चौधरी, डा. श्यामदेव, डा. अर्ज देव, डा. संदीप लोहे, डा. रिचा राय, नीलू, सरिता, आशीष, अमर आदि ने तकरीबन डेढ़ घंटे आपरेशन किया। चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीएन मिश्र ने बच्ची का आपरेशन करने वाली टीम को बधाई दी है। डा. सरिता ने बताया कि जिस बच्ची का आपरेशन हुआ उसका वजन तीन किलोग्राम हो गया था। पेट के अंदर पिछले हिस्से में 500 ग्राम का भ्रूण था। इसके हाथ, पैर, पेट, छाती व रीढ़ की हड्डी भी विकसित हो गई थी। चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची अब स्वस्थ है। वहीं भ्रूण की अब लैब में विधिवत जांच की जाएगी।

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