पॉलिटेक्निक छात्र की हत्या का खुलासा, युवती के घरवालों ने नहीं… इस शख्स ने मारा था चाकू, वजह कर देगी हैरान!
एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि ताजपुर रोड पर गांव ताजपुर निवासी पॉलिटेक्निक छात्र 18 वर्षीय गौरव की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। हत्या युवती के ही एक दूसरे दोस्त ने इसलिए की है क्योंकि युवती मृतक छात्र से बात करती थी। जबकि हत्या करने वाला युवक युवती से प्यार करता था और उसे बुरा लगता था।
जागरण संवाददाता, सहारनपुर। नागल थाना क्षेत्र के ताजपुर रोड पर हुई पॉलिटेक्निक छात्र की हत्या का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। राजफाश वहीं हुआ है, जो गुरुवार के अंक में दैनिक जागरण ने किया है।
जिस युवती के परिजनों को छात्र के पिता ने नामजद कराया था, वह बेकसूर निकले हैं। हत्या युवती के ही एक दूसरे दोस्त ने इसलिए की है, क्योंकि युवती मृतक छात्र से बात करती थी। जबकि हत्या करने वाला युवक युवती से प्यार करता था और उसे बुरा लगता था।
हत्यारोपियों ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया है।
वारदात की पूरी कहानी
एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि ताजपुर रोड पर गांव ताजपुर निवासी पॉलिटेक्निक छात्र 18 वर्षीय गौरव की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात में गौरव के पिता पिंकी ने गांव फतेहपुर कला निवासी ओम सिंह, ललित, पिंटू, सचिन, विनिश, मोनी को नामजद कराया था।
कारण बताया गया था कि ओम सिंह की बेटी तन्नू नाम की युवती से गौरव को प्रेम प्रसंग चल रहा था और वह उसे लगातार धमकी दे रहे थे। इसी कारण उसकी हत्या की है। पुलिस ने कई पहलुओं पर काम किया। सभी नामजद अभियुक्तों की घटना के समय लोकेशन उनके घर की आई।
इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर मयंक सैनी पुत्र सतीश कुमार निवासी गुरुद्वारा रोड के पास नागल को हिरासत में लेकर पूछताछ की। मयंक सैनी ने पूरा राजफाश करते हुए बताया कि मृतक गौरव, युवती और मयंक सैनी शुरू से जनता इंटर कालेज में पढ़ते थे। वह इस कॉलेज में तीनों दोस्त बन गए थे।
बाद में मृतक पॉलिटेक्निक कॉलेज में चला गया और मयंक सैनी व युवती इंद्रपस्थ डिग्री कॉलेज से ग्रेजुएशन करने लगे। मयंक ने पुलिस को बताया कि वह युवती से प्यार करता था, लेकिन युवती और मृतक गौरव की शादी की बात हो गई थी, हालांकि बाद में किसी कारणवश दोनों की शादी नहीं हुई और टूट गई।
इसके बाद फिर से मयंक युवती के संपर्क में आ गया, लेकिन मयंक का कहना है कि पिछले 10 से 12 दिन से युवती फिर से गौरव से बात करने लगी थी। इसी कारण उसने वारदात को अंजाम दिया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
मयंक सैनी ने बताया कि जब पैथोलॉजी लैब से गौरव निकला तो वह उसकी बाइक पर बैठ गया। उसने अपने साथी बिट्टू पुत्र रणजीत सिंह निवासी खजूरवाला, बोबी पुत्र मांगेराम निवासी भाटखेड़ी को दूसरी बाइक पर बुलाया। जब वह ताजपुर रोड पर पहुंचे तो पीछे बैठे मयंक सैनी ने गौरव की कोख में बाइक चलाते समय चाकू घोप दिया। बाइक नीचे गिर गई। बाद में तीनों ने मिलकर उसे पकड़कर कई चाकू मारे और गला रेत दिया।